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RSMSSB: 300 से अधिक अभ्यर्थियों को किया गया लाइफ टाइम बैन? जानें क्या है वजह?

RSMSSB: 300 से अधिक अभ्यर्थियों को किया गया लाइफ टाइम बैन? जानें क्या है वजह?

  • 300 से अधिक अभ्यर्थियों को परीक्षा देने के लिए आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया.
  • प्रतिबंध अभ्यर्थियों सूची बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड.
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RSMSSB life time ban given to more than 300 candidates: परीक्षा में डर्मी अभ्‍यर्थी बैठाने, फर्जी तरीके से परीक्षा पास करने और दस्‍तावेजों में फर्जी डिग्री लगाने के आरोप के चलते राजस्थान कर्मचारी आयोग (RSMSSB)  ने 300 से अधिक अभ्यर्थियों को परीक्षा देने के लिए आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया है। आयोग ने उक्त सभी अभियार्थी की लिस्ट भी अपनी आधिकारिक वेबसाइट में जारी की है, जो अब कभी परीक्षा नही दे पाएंगे।

राजस्थान कर्मचारी चयन आयोग (RSMSSB) की ओर से जिन अभ्यर्थियों को ताउम्र परीक्षा देने से वंचित किया गया है, उनकी कुल संख्या 338 बताई गई ही, इन अभ्यार्थियों में फर्जी डिग्री लगाने के मामले में 240 लोग, गलत तरीके से परीक्षा पास करना वालों की संख्या 92, डमी अभ्‍यर्थी बैठाने वाले 6 और फर्जी स्पोर्ट्स सर्टिफिकेट लगाने के आरोप में 14 लोगों को अब आजीवन परीक्षा से वंचित किया गया हैं।

आधिकारिक वेबसाइट में जारी लिस्ट

RSMSSB की ओर से जारी लिस्ट में उक्त सभी अभ्यर्थियों के नाम उनके रोल नंबर, भर्ती परीक्षा का नाम और उन्हें प्रतिबंध करने के पीछे की वजह का जिक्र करते हुए आधिकारिक वेबसाइट में लिस्ट अपलोड की गई हैं। जिन अभ्यर्थियों को डिबार किया गया है, वह राजस्‍थान PTI भर्ती परीक्षा 2018, राजस्‍थान लैब असिस्टेंट भर्ती परीक्षा 2018, एग्री सुपरवाइजर 2018, आरपीएससी सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा 2022 में शामिल हुए थे।

इस फैसले के संबंध में राजस्‍थान कर्मचारी चयन बोर्ड के चेयरमैन मेजर जनरल आलोक राज ने बताया कि, जिन 338 पर आजीवन प्रतिबंध लगाया गया है, उनकी पूरी सूची बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है। फैसले के पीछे (RSMSSB life time ban given to more than 300 candidates) कहा गया कि इससे युवा सबक लेगा और फर्जीवाड़े की सहायता लिए बिना सीधे रास्ते में चलने के लिए प्रेरित होगा।

इस मामले में चयन आयोग की ओर से कहा गया है, जिन छात्रों ने कूटरचित स्पोर्ट्स सर्टिफिकेट जमा किए थे, जिसकी लिस्ट अपलोड की गई है। वे अपना पक्ष रखने के लिए वर्किंग डे में आकर विभाग में प्रस्तुत कर सकते है, यदि वह दोषी पाए गए तो उनके खिलाफ़ सख्त कार्रवाई की जायेगी।

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गौरतलब हो, हाल के समय में देश में विभिन्न हिस्सों में संचालित की जा रही प्रतियोगी परीक्षाओं की चयन प्रक्रिया में आम लोगों के बीच सवाल खड़े हुए है, ऐसे में राजस्थान सरकार हो या आयोग प्रतियोगी परीक्षाओं में पारदर्शिता और बेहतर योग्य उम्मीदवार को मौका मिले किसी के साथ किन्ही फर्जी वजहों से नाइंसाफी न हो इसके लिए लगातर सुधार कर रहा है।

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