संपादक, न्यूज़NORTH
Iran AirStrike Attack On Pakistan Balochistan Region: दुनिया पहले ही यूक्रेन-रुस और इजराइल-हमास के युद्ध के चलते तमाम चुनौतियों का सामना कर रही है। लेकिन अब ‘ईरान और पाकिस्तान’ के बीच भी तनाव बढ़ने लगा है। आलम यह है कि ईरान ने पाकिस्तान पर मानों सर्जिकल स्ट्राइक सी कर दी है।
असल में ईरान ने मंगलवार (16 जनवरी) को पाकिस्तान के भीतर एयरस्ट्राइक करते हुए, आतंकवादी समूह जैश-ए-अदल के ठिकानों को निशाना बनाया. जैश-अल-अदल (Jaish-Al-Adl) को निशाना बनाया है। इस हमले में ईरान ने ड्रोन और घातक मिसाइलों का इस्तेमाल किया।
ईरान के मुताबिक, ईरानी रिवॉल्युश्नरी गार्ड कोर द्वारा किए गए इन हवाई हमलों में कई अहम आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया है। ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी IRNA ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि ईरान ने पाकिस्तान में घुसकर बलोच आतंकी संगठन जैश अल-अदल के ठिकानों को निशाना बनाते हुए हमले किए थे।
Iran Pakistan AirStrike: क्या है कारण
सामने आ रही जानकारी के अनुसार ईरान का कहना है कि उसने यह हमले जवाबी कार्यवाई के तौर पर किए थे। ईरान का दावा है कि पहले बलूचिस्तान आधारित आतंकी संगठन जैश अल-अदल द्वारा पाकिस्तान के साथ लगे सीमा क्षेत्र में ईरानी सुरक्षा बलों पर हमले किए गए, इसके जवाब में भी मंगलवार को पलटवार किया गया।
ईरान के मुताबिक, उसके इन हमलों में बलूचिस्तान प्रांत में स्थित आतंकी संगठन जैश अल-अदल के 2 ठिकाने पूरी तरह बर्बाद हो गए और कुछ आतंकवादियों के मारे जाने की भी बात सामने आई है। हालाँकि इस संबंध में अभी तक कोई आधिकारिक आँकड़ा जारी नहीं किया गया है।
पाकिस्तान ने दी चेतावनी
एक ओर ईरान इसे पाकिस्तान के बजाए आतंकी समूह पर हमला बता रहा है। वहीं जाहिर तौर पर पाकिस्तान ईरान के इस कदम से बेहद नाखुश नजर आ रहा है। पाकिस्तान का कहना है कि इन हमलों के चलते 2 बच्चों की मौत हो गई है और साथ ही 3 से अधिक बच्चों के घायल होने का दावा भी किया जा रहा है। पाक की ओर से हमलों की निंदा करते हुए, गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी भी दी गई है।
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हमले के तुरंत बाद एक्शन में आते हुए पाकिस्तान ने ईरान के मुख्य राजनयिक को तलब भी किया है और हवाई क्षेत्र संबंधित नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए, विरोध जताया। पाकिस्तान का कहना है;
“पाकिस्तान की संप्रभुता और हमारे हवाई क्षेत्र का उल्लंघन पूरी तरह से अस्वीकार्य है। इसकों लेकर गंभीर नतीजे भुगतने पड़ सकते हैं।”
पाकिस्तान का कहना है कि आतंकवाद सभी देशों के लिए एक साझा खतरा है, जिसे लेकर मिलकर काम पड़ेगा। लेकिन पड़ोसी देशों से ऐसे हमले स्वीकार्य नहीं किए जा सकते। इसका गंभीर असर द्विपक्षीय सहयोग पर भी पड़ सकता है, जो इसे कमजोर ही करेगा।
जैश अल-अदल का बयान
इस बीच बलोच स्थित जैश अल-अदल ग्रुप ने ईरान द्वारा किए गए हमलों की पुष्टि करते हुए का कि उस ओर से मिसाइल और ड्रोन के सहारे हमला किया गया। हमलों में बलूचिस्तान के पहाड़ों में जैश अल-अदल संगठन के सदस्यों के घरों को निशाना बनाया गया, जिसमें कुछ घर तबाह भी हो गए।
जानकारी के अनुसार, संबंधित क्षेत्र में लगभग 6 ड्रोनों और कई मिसाइले बरसाई गई। इस दौरान दो नाबालिग बच्चों की मृत्यु भी हो गई और कई महिलाएं व बच्चें घायल भी हुए।
क्या ये है नई जंग का आगाज
ग़ौरतलब है कि पश्चिम एशिया में हमास और इजराइल के बीचे छिड़े युद्ध के चलते आसपास के तमाम देशों के बीच भी तनाव बना हुआ है। कुछ ही दिनों पहले ही ईरान की ओर से’ इराक’ और ‘सीरिया’ में भी इसी तरह के हमले किए गए थे। ईरानी रिवॉल्युश्नरी गार्ड कोर की ओर से इससे पहले इराक के स्वायत्त कुर्दिस्तान के एरबिल में स्थित इजरायल के ‘जासूसी मुख्यालय’ पर भी हमला किया गया।
लेकिन इस दौरान कुछ मिसाइलें पास स्थित अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के निकट भी गिरीं, जिसके बाद अमेरिका ने भी हमले की निंदा की थी। इसके बाद ऐसे ही हमले सीरिया में किए गए और अब ईरान ने पाकिस्तान को भी निशाना बनाया है। ऐसे में तमाम अन्य देशों की चिंता और बढ़ गई है।
बता दें पाकिस्तान की पूर्वी सीमा ईरान से लगी हुई है। इस हिस्से पर यह दोनों देश लगभग 900 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करते हैं। ईरान के पूर्वी सीमा में सिस्तान बलूचिस्तान प्रांत है, और यह पाकिस्तान के पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत से लगा हुआ है।
वैसे तो इन सीमाओं के पास के इलाकों में दोनों देशों की काफी कम अबादी रहती है, लेकिन इस हिस्से में पाकिस्तान और ईरान पिछले कई सालों से जैश अल-अदल जैसे कई चरमपंथी गुटों से लड़ते नजर आए हैं।