“Bharat Park” will open in UAE: संयुक्त अरब अमीरात में रहने वाले लोगों या समुदाय की बात करें तो यह कुल आबादी में भारतीय समुदाय के 28% लोग निवासरत है। यूएई भारतीय समुदाय के लोगों के लिए पसंदीदा देशों में से एक है। ऐसे में यह भारतीय सामानों या उत्पादों की अच्छी खासी मांग होती है। इन मांगों की पूर्ति और भारतीय उत्पादों के लिए वैश्विक मंच प्रदान करने के उद्देश्य से यूएई में जल्द ‘भारत पार्क’ खुलने जा रहा है।
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‘भारत पार्क’ नाम से यह सुविधा यूएई में भारतीय सामानों के लिए एक मॉल शोरूम और गोदाम स्थापित करने की योजना में काम कर रही है, जो संयुक्त अरब अमीरात में 2025 तक शुरू होने की संभावना है। इसके माध्यम से भारतीय निर्यातकों को एक वैश्विक मंच प्रदान होगा।
“Bharat Park” will open in UAE: SRTEPC द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान भारत के केंद्रीय मंत्री का बयान
उक्त जानकारी भारत के केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल वाणिज्य एवं कपड़ा द्वारा गुरुवार को जारी बयान के आधार में सामने आई उन्होंने कहा कि, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में भारतीय सामानों के लिए एक गुड्स शो रूम और गोदाम स्थापित किए जाएंगे।
ये बयान उन्होंने सिंथेटिक एंड रेयान टेक्सटाइल्स एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (एसआरटीईपीसी) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान दिया।
इस पूरी खबर को लेकर इकोनॉमिक टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया संयुक्त अरब अमीरात में नियोजित भारतीय भंडारण सुविधा चीन के ड्रैगन मार्ट के समान होगी।यह सुविधा खुदरा शोरूम, गोदामों, कार्यालयों और अन्य सहायक क्षेत्रों को शामिल करेगी, जिसमें विभिन्न वस्तुओं की श्रेणियों जैसे खराब होने वाली वस्तुओं और भारी मशीनरी को समायोजित किया जाएगा।’भारत पार्क’ के लिए जो जगह चयनित की गई है, वह Jebel Ali Free Zone है।
जानकारी के लिए बता दे, (जेबेल अली फ्री जोन) अबू धाबी के पास दुबई, संयुक्त अरब अमीरात के सुदूर पश्चिमी छोर पर स्थित है। यह डीपी वर्ल्ड का प्रमुख फ्री जोन है, डीपी वर्ल्ड यूएई के एकीकृत बिजनेस हब का एक अभिन्न अंग है।
16 दिसंबर को, डीपी वर्ल्ड जीसीसी में पार्क और जोन के मुख्य परिचालन अधिकारी अब्दुल्ला अल हाशमी ने इकोनॉमिक टाइम्स को बताया, कि भारत पार्क भारत के उत्पादों के लिए एक वैश्विक वितरण केंद्र बनने के लिए तैयार है, जिससे अफ्रीका, यूरोप और अमेरिका में विस्तार करने वाली भारतीय कंपनियों को लाभ होगा।
उन्होंने आगे कहा कि इससे भारत और इन देशों के बीच माल पहुंचाने में लगने वाले समय और लागत में काफी कमी आएगी। यह सुविधा भारत और संयुक्त अरब अमीरात के 2030 तक अपने गैर-पेट्रोलियम व्यापार को 100 बिलियन डॉलर तक बढ़ाने के प्रयास का हिस्सा है।
गौरतलब है, भारत फरवरी 2022 में व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) पर हस्ताक्षर करने वाला यूएई का पहला देश था।