संपादक, न्यूज़NORTH
UPI Accounts On GPay, Paytm To Get De-Activated From Jan 1: भारत में डिजिटल पेमेंट का चलन तेजी से बढ़ा है, और इसमें यूपीआई (UPI) एक अहम भूमिका निभा रहा है। लेकिन अगर आप भी गूगल पे (Google Pay), पेटीएम (Paytm), फोनपे (PhonePe) आदि का इस्तेमाल करते हैं, तो आपके लिए एक अहम अपडेट सामने आई है। UPI को लेकर 1 जनवरी 2024 से कुछ नए नियम लागू होने जा रहे हैं।
असल में नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की ओर से यूपीआई (UPI) सर्विस को लेकर एक नई गाइडलाइन जारी की गई है। इस गाइडलाइन का मुताबिक, इन-एक्टिव यूपीआई अकाउंट्स को बंद करने के निर्देश दिए गए हैं।
नए नियमों के अनुसार, एक साल से बंद पड़े या कहें तो इन-एक्टिव UPI अकाउंट्स को 1 जनवरी 2024 से बंद कर दिया जाएगा। बैंकों के साथ ही साथ पेटीएम, फोनपे और गूगल पे जैसे थर्ड पार्टी ऐप्स भी 1 जनवरी से उन यूपीआई आईडी (UPI IDs) को इनएक्टिव कर देंगे, जिनमें पिछले एक साल से कोई भी लेनदेन नहीं दर्ज होगा।
हालांकि सामने आ रही जानकारी के मुताबिक, इन यूजर्स को बैंक अकाउंट चेक करने की सुविधा मिलती रहेगी।
UPI De-Activated From Jan 1: क्या है वजह?
सरकार की मानें तो यह कदम ऑनलाइन होने वाली धोखाधड़ी को रोकने में मददगार साबित होगा। असल में TRAI के अनुसार, मौजूदा समय में टेलीकॉम कंपनियां 90 दिनों से बंद पड़ी सिम (SIM) को अन्य यूजर्स को दे देती हैं।
लेकिन समस्या तब खड़ी होती है जब वो नंबर पहले उपयोगकर्ता के बैंक से जुड़ा होता है और यूपीआई से भी। साथ ही कई बार पुराने यूजर्स अपने बैंक से जुड़े पुराने नंबर को नए नंबर से रिप्लेस नहीं करते।
ऐसे में पुराना नंबर ही थर्ड पार्टी यूपीआई पेमेंट ऐप्स जैसे गूगल पे, पेटीएम आदि से भी कनेक्ट रहते हैं और ऑनलाइन धोखाधड़ी की संभावना बढ़ जाती है। एनपीसीआई का कहना है कि लोग जब भी अपना मोबाइल नंबर बदलते हैं, तो उन्हें ध्यान से बैंक अकाउंट से जुड़े पुराने नंबर को भी जल्द से जल्द रिप्लेस कर देना चाहिए। इससे डिजिटल लेनदेन सुरक्षित रहेगा।
हम कह सकते हैं कि NPCI द्वारा जारी की गई इस नई गाइडलाइन का मुख्य मकसद यूपीआई लेनदेन को और अधिक सुरक्षित बनाना है। ऐसे में जिन भी बंद पड़ी UPI आईडी को 31 दिसंबर 2023 से बंद किया जाएगा, उससे संबंधित यूजर्स को इसकी जानकारी ईमेल के तहत दे दी जाएगी।