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Delhi University New Degrees With ‘Mother Name’: एक अहम बदलाव के तहत दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने जारी की जाने वाली अपनी डिग्रियों में “माँ के नाम” का एक कॉलम जोड़ने का फैसला किया है। तमाम नए सिक्योरिटी फीचर्स के साथ ही यह बदलाव भी दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा दी जाने वलय आगामी डिग्री में नजर आने लगेगा।
हम जानते हैं कि कुछ ही समय पहले छात्रों को दी जाने वाली अपनी डिग्री में दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) की ओर से कुछ नए सिक्योरिटी फीचर्स को शामिल किए जाने का ऐलान किया गया था, जिसमें ‘इनविजिबल इंक वाला एक लोगो’, ‘करेंसी की तर्ज पर एक छिपी हुई फोटो’, नॉन टियरेबल पॉलिथीन मटेरियल आदि फीचर्स शामिल थे। इन सिक्योरिटी फीचर्स को शामिल किए जाने का मुख्य उद्देश्य डिग्रियों की जालसाजी और नकल पर अंकुश लगाने से संबंधित है।
Delhi University New Degrees With ‘Mother Name’
क्या है मकसद?
लेकिन अब इन सिक्योरिटी फीचर्स के अलावा, डीयू ने डिग्री में विद्यार्थी की ‘माँ के नाम’ को भी प्रमुखता से शामिल किए जाने का फैसला किया है। इस कदम के जरिए विश्वविद्यालय का प्रयास छात्रों के माता-पिता दोनों को समान रूप से सम्मान प्रदान करने का है। साथ ही इस बदलाव के साथ कई छात्रों व उनकी माताओं की उस झिझक या शर्मिंदगी को भी दूर किया जा सकेगा, जिसका सामना कई बार अविवाहित, तलाकशुदा या अलग हो चुकी माताओं को ‘पिता के नाम’ वाला कॉलम भरते वक्त करना पड़ता है।
वैसे यह बदलाव साल 2014 में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा जारी किए गए दिशानिर्देशों के बाद ही देखनें को मिला है, जिसके तहत किसी भी कॉलेज, संस्थान या विश्वविद्यालय द्वारा जारी डिग्री या सर्टिफिकेट पर ‘माँ का नाम’ शामिल करने के निर्देश दिए गए थे।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, इससे पहले डीयू के कई छात्रों ने डिग्री में अपनी माँ का नाम शामिल करने के लिए यूनिवर्सिटी से संपर्क किया था। ऐसे में विश्वविद्यालय का यह कदम उनके प्रश्नों के स्थायी उत्तर के तौर पर देखा जा सकता है।
जानकारी के अनुसार, 2024 के कॉनवोकेशन में बाँटी जाने वाली डीयू डिग्रियों में स्टूडेंट्स के नाम के साथ माँ का नाम व अन्य बदलाव नजर आने लगेंगे। ये नई डिग्रियों अधिक टिकाऊ भी होंगी, क्योंकि ये अत्यधिक गर्मी, कई रसायनों या पानी आदि से भी सुरक्षित होंगी। इन डिग्रियां को ऐसे बनाया जाएगा, ताकि 200 डिग्री सेल्सियस पर भी इनका रंग और गुणवत्ता प्रभावित नहीं हो सके।
इसके अलावा विश्वविद्यालय ने दीक्षांत समारोह के ड्रेस में भी बदलाव करने का मन बनाया है, जिसके तहत ‘भारतीय परिधान’ की रूपरेखा के साथ नई पोशाकें डिजाइन की जा रही हैं। इन पोशाकों को समारोह के दौरान पहना जा सकेगा, ताकि छात्रों अपनी समृद्ध भारतीय संस्कृति की झलक भी दर्शाए और उस पर गर्व कर सकें।