106 girl students got food poisoning from school food: सरकार छात्रों को अच्छी शिक्षा भोजन बेहतर सुविधा के लाख दावे कर ले, लेकिन गाहे-बगाहे जमीनी स्तर से ऐसी खबरें निकलकर सामने आ जाती है, जो सरकार के इन लाखों दावों को पोल खोलकर रख देती है।
ऐसा ही एक मामला महाराष्ट्र प्रांत के घनोरा तहसील के समीप सोडे ग्राम के एक कन्या छात्रावास आवासीय परिसर का निकलकर आया, जहा खाना खाने के बाद 106 कन्या छात्रा की तबियत बिगड़ने के बाद सभी कन्या छात्रों को अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा।
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दरअसल मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सोडे ग्राम में सरकार द्वारा संचालित कन्या आश्रम में पहली से बाहरवी तक कक्षा की तकरीबन 300 से अधिक छात्राएं अपने घर से दूर रहकर शिक्षा प्राप्त कर रही है, बुधवार(20 दिसंबर) को छात्रावास का खाना खाने के बाद छात्रों को उल्टी,बेचनी सिरदर्द होने लगी,जिसके बाद छात्रावास प्रशासन ने आनन फानन में ग्राम के ही अस्तपाल में छात्रों को भर्ती कराया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, छात्राओं को दोपहर 12ः00 बजे आलू और गोभी की सब्जी के अलावा चावल और रोटी दी गई थी। खाना खाने के कुछ देर बाद 6 से 7 छात्राओं को उल्टी होने लगीं। जब इनको अस्पताल ले जाया गया तो अन्य छात्राओं को भी सरदर्द, बैचेनी और उल्टियां होने लगीं। इसके बाद सभी को एंबुलेंस से अस्पताल लाया गया।
घटना की सूचना पर शिक्षा अधिकारियों की टीम ने स्कूल का दौरा किया और छात्राओं का हालचाल लिया। साथ ही छात्रों को परोसा गए भोजन के नमूने खाद्य विभाग ने एकत्र करके जॉच के लिए भेजा है।
food poisoning school food: 106 छात्रों की हालत खराब,17 को जिला अस्पताल किया गया रेफर
खाना खाने के बाद छात्रों की स्थिति बिगड़ते देख सभी 106 छात्रों को धनोरा तहसील के ही प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया वह से ही इन छात्रों में से 17 छात्रों की हालत गंभीर होने के बाद उन्हें गड़चिरोली जिला अस्पताल रेफर किया गया।
गौरतलब है, छात्रावास व आश्रम शालाओं में ज्यादातर आदिम जाति कल्याण विभाग के अधीन है। वहां वनांचल के बच्चे रहकर पढ़ाई करते हैं। कई बार इन संस्थाओं से ऐसी खबरें निकलकर आती रहती हैं,जो सरकार की ओर से किए जा रहे दावों की पोल खोल देती है।
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