Bihar instructions for school education reform: बिहार में कम होती बच्चों की उपस्थिति के बीच स्कूली शिक्षा व्यवस्था के स्तर को सुधारने के लिए राज्य के अपर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग केके पाठक ने अब बीपीएससी के तहत नियुक्त शिक्षकों के लिए एक आदेश जारी किया है, आदेश मे शिक्षकों को सख्त निर्देश देते हुए स्कूल के 15 किलोमीटर के दायरे में रहने की नसीहत दी है।
दरसल केक मिश्रा गुरुवार (23 नवंबर) को बक्सर जिले के दौरे पर थे,इसी दौरान डुमरांव के जिला शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान (डायट) का भी निरीक्षण किया वह उन्होंने शिक्षकों को सख्त निर्देश दिया कि वे स्कूल से 15 किलोमीटर के अंदर ही रहें साथ ही यह भी कहा कि गांव में नहीं रहना है तो जा सकते हैं, इसका मतलब अपनी जॉब छोड़ सकते हैं।
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Bihar school education reform : राज्य के अपर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग केके मिश्रा ने सख्त लहजे में नए शिक्षको को निर्देश
कई मीडिया रिपोर्ट में अक्सर ग्रामीण क्षेत्रों से निकलकर आता है, ज्यादातर टीचर या शिक्षक भर्ती (नौकरी)होने के बाद स्कूलों मे आने के लिए लेट हो जाते या फिर ग्रामीण स्कूल से दूर रहने के कारण कई दिनों तक स्कूलों में अनुपस्थित पाए जाते है,
या फिर स्कूल पहुंच भी गए तो फिर जल्दी अपने घर निकलने के लिए स्कूल के तय समय सीमा से पूर्व ही निकल जाते है ऐसे ही वजहों से स्कूल शिक्षा के स्तर में गिरावट आई है इसी स्थिति से निपटने के लिए राज्य के अपर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग केके मिश्रा ने सख्त लहजे में नए शिक्षको को निर्देश दिया हैं।
Bihar school education reform: विद्यालय के 15 किलोमीटर के दायरे में रूम ले लें,50 किलोमीटर की दूरी रोज तय करना संभव नहीं
केके मिश्रा से बातचीत के दौरान कुछ शिक्षकों ने ग्रामीण क्षेत्रों में न रहने की कुछ परेशानियों से अवगत कराया इसके लिए उन्होंने कहा, सरकार जब तक आप लोगों के रहने की व्यवस्था नहीं करती है तब तक आप लोग अपने विद्यालय के 15 किलोमीटर के दायरे में रूम ले लें,50 किलोमीटर की दूरी रोज तय करना संभव नही है।
दो तीन लोग मिलकर एक रूम ले लें और साथ में रहें, एक पंचायत मुख्यालय में दो-तीन स्कूल होते हैं, किसी पंचायत मुख्यालय में आप लोग दो-तीन लोग एक साथ रह सकते हैं साथ ही केके पाठक ने गांव में रहने को अच्छा बताते हुए कहा कि गांव में रहेंगे तो पढ़ाई का माहौल बनेगा और शिक्षा व्यवस्था बेहतर बनेगी।
बक्सर जिले में शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान में निरीक्षण के दौरान नए शिक्षकों से केके पाठक ने कहा कि आप लोग अच्छे से ट्रेनिंग कीजिए, टेक्नोलॉजी को हम लोग बढ़ाएंगे। आने वाले पांच साल में देखिएगा शिक्षा लेने का और देने का माहौल बदल जाएगा, सब कुछ कंप्यूटर से होगा, स्कूलों में अकाउंट का काम भी आप लोग करेंगे, जो प्रधानाध्यापक हैं उन्हें भी आप लोग मदद कर सकेंगे।
गौरलतब है,बिहार में प्रथम चरण की शिक्षा बहाली पूर्ण हो चुकी है, और अब जिलों के अंदर शिक्षकों को प्रशिक्षण देने का कार्य चल रहा है, प्रथम चरण में बिहार में करीबन 1 लाख 20 से अधिक शिक्षकों की भर्ती हुई थी।