NEET Without Biology In 12th Board Exam: राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) ने राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा (NEET UG 2024) के पात्रता मानदंड को संशोधित किया है। अब वह स्टूडेंट भी डॉक्टर की पढ़ाई कर सकते है,जिन्होंने 12 वी कक्षा के इम्तिहान फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स से पढ़कर पास की हैं, बस उन्हें मेडिकल फील्ड में कैरियर बनाने के लिए बायोलॉजी या बायोटेक्नोलॉजी विषय की परीक्षा अलग से पास करना होंगा,स्टूडेंट्स को यह एग्जाम किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से देना होगा।
दरअसल पहले NEET या मेडिकल की पढ़ाई के लिए स्टूडेंट के पास सिर्फ़ एक ही विकल्प होता था, जिसमें उसे 11वीं और 12वीं की पढ़ाई बायोलॉजी विषयों के साथ पढ़ना होता था,यादि वह इस विषय से पढ़ाई नही किया होता तो उन्हें मेडिकल की पढ़ाई के लिए अयोग्य माना जाता था।
ऐसे में किसी छात्र ( गणित, भौतिक, रसायन ) को मेडिकल की फील्ड में कैरियर बनाने की इक्षा होती थी, तो उसे फिर से बायोलॉजी की पढ़ाई करनी होती थी,इस वजह से छात्रों का अतिरिक्त समय खर्च होता था। अब इस प्रकिया में NMC ने शिथिलता लाकर छात्रों के लिए खुशखबरी दी है।
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आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है कि राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने 14.06.2023 को आयोजित अपनी बैठक में नई शिक्षा नीति पर विचार करते हुए छात्रों के हित के लिए नियमों में शिथिलता बरती है, जिससे छात्रों को 12वीं कक्षा में विभिन्न विषयों के साथ पढ़ाई करने की छूट मिलती है।
एनएमसी ने जून में हुई बैठक में नई शिक्षा नीति पर विचार करने के बाद यह फैसला लिया है। आपको बता दे, NEET परीक्षा भारत में MBBS और BDS पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा होती है।
NEET Without Biology : NMC ऐसे छात्रों को देगा सार्टिफिकेट जो विदेशों में होगा मान्य
NMC ने एक बयान में कहा है, 10+ 2 (12वी कक्षा) मैथ्स फिजिक्स कैमिस्ट्री विषयों के साथ उत्तीर्ण छात्र भारत में एमबीबीएस और बीडीएस के कोर्स में एडमिशन लेने के लिए होने वाले NEET परीक्षा में भाग ले सकते है,यही नहीं इन अभियार्थी को NMC से एलिजबिलिटी सर्टिफिकेट भी इश्यू किया जाएगा जो एक लीगल प्रूफ होगा,इसकी मदद से वे विदेश से भी एमबीबीएस कर सकते हैं, सिर्फ़ अब उन्हें बायोलॉजी या बायोटेक्नोलॉजी विषयों की परीक्षा अलग से पास करना होगा।
National Medical Commission: प्राइवेट परीक्षा पास करने वाले छात्रों के लिए भी नियमों में शिथिलता
NMC (National Medical Commission) ने अपने एक और पुराने नियम में शिथिलता देते हुए उन स्टूडेंट्स को भी अनुमति प्रदान की है,जिन्होंने 11वीं और 12वीं की पढ़ाई रेगुलर तौर पर नही की है, यानी ओपन स्कूल से की हो या प्राइवेट (घर पर रहकर) मोड में परीक्षा पास की है।
वह भी डॉक्टर बनने के लिए नीट यूजी परीक्षा दे सकते हैं। NMC पहले ओपन स्कूल या प्राइवेट तौर पर पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स को नीट परीक्षा के अयोग्य मानता था।