Maldives Told India to withdraw Military : मालदीव में राष्ट्रपति चुनावों में चीन समर्थित राष्ट्रपति मुइज्जु के चुनाव जीतने के बाद भारत और मालदीव के रिश्तों में तनाव बढ़ने लगा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मालदीव के नए राष्ट्रपति मुइज्जू ने मालदीव से भारतीय सैनिकों को वापस बुलाने के लिए भारत को आधिकारिक पत्र लिखकर मालदीव से अपनी सैन्य उपस्थिति वापस लेने के लिए कहा है।
राष्ट्रपति शपथ लेने के एक दिन बाद ही मुइज्जू ने आधिकारिक घोषणा करते हुए कहा कि रडार और निगरानी विमान तैनात करने के लिए तैनात भारत के सैनिकों को वापस भेजा जाएगा। राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने व्यक्तिगत मुलाकात में भारत के प्रतिनिधि के तौर पर मौजूद केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू से भी सैन्य बलों को हटाने के लिए कहा है। रिजिजू, राष्ट्रपति मुइज्जू के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए पहुंचे थे।
मालदीव के राष्ट्रपति कार्यालय से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि
“मालदीव सरकार ने औपचारिक रूप से भारत से मालदीव से अपने सैन्य कर्मियों को वापस बुलाने का अनुरोध किया है।”
जैसे ही मुइज्जू ने शुक्रवार को शपथ ली, उन्होंने दोहराया कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध हैं कि मालदीव अपनी स्वतंत्रता और संप्रभुता को बनाए रखने के लिए किसी भी “विदेशी सैन्य उपस्थिति” से “मुक्त” रहे।
हालांकि मालदीप के नए राष्ट्रपति मुइज्जू न भारत के साथ सीधे तौर में कोई दुश्मनी भरे व्यवहार निभाएं ऐसा शायद हो उनके सलाहकार ‘ मुंडू ‘ भी कह चुके है, नई सरकार दुश्मनी के इरादे से काम नहीं करेगी राष्ट्रपति मुइज्जू ने भी अपने बयान में कहा है, मालदीव भारतीय सैनिकों को हटाकर चीनी सैनिकों को तैनात नहीं करने जा रहा हैं। बता दें, मालदीव में भारत के लगभग 70 सैनिक हैं। फिर भी भारत के रणनीतिक विशेषज्ञों ने मुइज्जू के मालदीव के नए राष्ट्रपति बनने के बाद चिंता जाहिर की है।
मालदीव के नए राष्ट्रपति मुइज्जू चीन समर्थक
इस बार मालदीव में 2023 राष्ट्रपति चुनावों में मुइज़्ज़ू ने राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह को हराया है। 2018 के पिछले चुनावों में चुने गए मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने सत्ता में आने के बाद भारत के प्रति मित्रता व्यवहार दिखाया था, जिसका भारत ने भी स्वागत किया था, ख़ुद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे। लेकिन मालदीव के नए राष्ट्रपति मुइज्जू ने चुनाव जीतने के बाद भारत के साथ रिश्तों को कम करने का वादा किया था, रिपोर्ट के अनुसार मालदीव के नए राष्ट्रपति मुइज्जू को चीन का समर्थक माना जाता है और उनका चीन के साथ संबंधों को मजबूत करने में जोर है।