97000 Indians Held Trying To Enter Illegally – USA: अमेरिकी कस्टम और बॉर्डर प्रोटेक्शन रिपोर्ट के अनुसार 2022- 23 के दौरान अमेरिका में अवैध तरीकों से घुसपैठ करते समय 96,917 भारतीयों को पकड़ा गया। यह संख्या बीते एक साल के आँकड़े को ही दर्शाती है। भारत के नागरिक मुख्यतः अमेरिका की दक्षिणी सीमा के जरिए अवैध रूप से प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे।
ताज्जुब की बात यह है कि अवैध घुसपैठ के दौरान कई लोगों की जान जाने के बावजूद भी ऐसे प्रयासों में निरंतर वृद्धि दर्ज़ की गई हैं। अमेरिकी डेटा के अनुसार 2019-20 में 19,883 भारतीयों को पकड़ा गया, 2020-21 में 30,662 भारतीयों को गिरफ्तार किया गया था, जबकि 2021-22 में यह संख्या 63,927 थी। अवैध रूप से अमेरिकी सीमा पार करते समय पकड़े गए भारतीयों की संख्या में कथित तौर पर पिछले वर्षों में पांच गुना वृद्धि देखी गई है।
मैक्सिको और कनाडा से अवैध भारतीय घुसपैठ
रिपोर्ट में दर्ज डेटा के अनुसार 96,917 भारतीयों में से 30,010 को कनाडाई सीमा के जरिये अवैध रूप से अमेरिका में घुसते हुए पकड़ा गया और 41,770 को मैक्सिकन सीमा के जरिये अवैध रूप से अमेरिका में घुसने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया।अधिकांश भारतीय प्रवासी अमेरिका में अवैध तरीके से घुसने के बाद खुद को बॉर्डर पेट्रोलिंग के हवाले कर देते हैं और फिर अमेरिका में शरण की मांग करते हैं।
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संयुक्त राज्य अमेरिकी के सीनेटर जेम्स लैंकफार्ड के अनुसार अवैध घुसपैठिए अमेरिकी सीमा के करीब मैक्सिको के हवाई अड्डे तक आते हैं, वस्तुत: उसके बाद घुसपैठ में मदद करने वाले लोगों की सहायता से सीमा में पहुंच जाते है। लंकफोर्ड ने आगे कहा इस साल भारत से 45000 से अधिक लोग अमेरिकी दक्षिणी सीमा से घुसने के लिए तस्करों को भुगतान करके प्रवेश किया है।
उन्होंने अपने बयान में जोर देकर कहा दुनिया भर के अवैध घुसपैठियों को मैक्सिको के अपराधिक तस्कर द्वारा प्रशिक्षित किया जाता है। इस प्रकिया में ट्रैवल एजेंट और तस्कर अवैध तरीके से अमेरिका जा रहे भारतीयों को भरपूर फायदा उठा रहे हैं। वो सीमा पार कराने के लिए अवैध प्रवासियों से मोटी रकम वसूलते हैं।
97000 Indians Held Trying To Enter Illegally – USA
अवैध रूप से घुसपैठ करने वालो को चार श्रेणियों में रखा गया है- अकेले बच्चे, परिवार के सदस्यों के साथ बच्चे और पूरा परिवार. अकेले वयस्क सबसे बड़ी श्रेणी हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि हाल के समय में अमेरिकी सीमा पर 84,000 अकेले वयस्कों को पकड़ा गया. इसके अलावा कम से कम 730 अकेले बच्चों को भी हिरासत में लिया गया।
दरअसल अमेरिका मानवीय आधार पर बड़ी संख्या में दुनियाभर से पहुंचने वाले लोगों को शरण देता है, इसलिए साल 2017 के बाद अमेरिका दुनिया का सबसे बड़ा शरणार्थी केंद्र बना हुआ है। देश में पहुंचने वाले ज्यादातर लोगों को वह बसने दिया गया था। इसमें भारतीय नागरिकों की संख्या भी अधिक हैं। कोरोना महामारी के दौरान नियम-42 पेश किया गया था। इस नियम के तहत अमेरिका पहुंचने वाले शरणार्थियों को कुछ ज्यादा अधिकार दिए गए थे।