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कोरोना के कारण बढ़ रहे ‘हार्ट अटैक’ के मामले, अत्यधिक शारीरिक मेहनत से बचें – स्वास्थ्य मंत्री

कोरोना के कारण बढ़ रहे ‘हार्ट अटैक’ के मामले, अत्यधिक शारीरिक मेहनत से बचें – स्वास्थ्य मंत्री

  • बढ़ते हार्ट अटैक के मामलों पर अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया का एक बड़ा बयान सामने आया है।
  • स्वास्थ्य मंत्री ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) की एक रिसर्च में सामने आए तथ्यों के बारे में जानकारी साझा की है।
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Heart Attacks Linked To Corona?: पिछले कुछ सालों में देश भर में लगातार हार्ट अटैक के मामलों में वृद्धि दर्ज की जा रही है, और हैरानी की बात ये है कम उम्र के युवा भी भारी संख्या में इसका शिकार हुए हैं। आज के समय सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो आम हो गए हैं, जिसमें जिम करते समय या डांस करते समय व अन्य गतिविधियों के दौरान, अचानक लोग जमीन में गिरते दिखाई देते हैं और उनकी मौत हो जा रही है।

जाहिर है इसको लेकर लोगों के बीच चिंताए बढ़ रही हैं। इसके पीछे के कारण को लेकर तमाम तरीके की अटकलें लगाई जाती हैं। और कई लोग इसका जवाब हासिल करने के लिए विश्वसनीय संस्थानों की ओर देखते हैं।

लेकिन अब इस विषय पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) का एक बड़ा बयान सामने आया है। असल में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) की एक रिसर्च का हवाला देते हुए मनसुख मांडविया ने कहा कि कोरोना के चलते ही देश में ‘हार्ट अटैक’ के मामले बढ़ रहें हैं।

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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा;

“जो लोग पहले गंभीर रूप से कोरोना या कोविड-19 संक्रमण का शिकार हुए थे, उनके लिए ‘हार्ट अटैक’ का खतरा अधिक है, और उन्हें एक से दो साल तक अत्यधिक शारीरिक मेहनत करने से बचना चाहिए।”

केंद्रीय मंत्री मांडविया ने इस दौरान बताया कि ICMR ने एक विस्तृत अध्ययन किया है, जिसमें यह सामने आया है कि वह लोग जो गंभीर रूप से कोरोना संक्रमण से प्रभावित रह चुके हैं, उन्हें ज्यादा शारीरिक परिश्रम से बचना चाहिए। उन्होंने कहा;

“पूर्व में संक्रमित हुए लोगों को ‘हार्ट अटैक’ से बचने के लिए 1 से 2 सालों तक कठिन व्यायाम, दौड़ या वर्कआउट से दूर रहना चाहिए।”

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इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने विशेषज्ञों से तेजी से बढ़ रहे हार्ट अटैक के सटीक कारणों और इससे बचाव व उपचार के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए, मौत के आंकड़े जुटाने का अनुरोध किया है।

हाल में गुजरात में सामने आए थे मामले?

हाल ही में गुजरात में नवरात्रि महोत्सव के दौरान ‘गरबा’ खेलते समय कुछ लोग ऐसे ही दिल संबंधी समस्या के शिकार हुए थे, और उनकी मौत हो गई थी। इसके बाद ही यह मसला एक बार फिर देश भर में चर्चा में रहा। इसके बाद ही उत्तर प्रदेश की वर्तमान राज्यपाल और गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री रह चुकी आनंदीबेन पटेल ने भी इस मुद्दे पर चिंता जाहिर की थी।

Heart Attacks Linked To Corona: कोरोना के चलते कम हुई इम्युनिटी?

ICMR की रिपोर्ट के पहले भी कई ऐसे अध्ययन सामने आ चुके हैं जिसमें कोविड-19 संक्रमण के चलते कम उम्र वाले व्यक्तियों की भी इम्युनिटी कमजोर हुई है। यही वजह है कि 30 से 40 साल के व्यक्तियों में बीपी, लीवर और दिल के दौरे जैसी बीमारियाँ आम होती जा रही हैं।

कुछ जानकारों का तर्क रहा है कि कोविड संक्रमण से ग्रस्त रह चुके लोगों में खून की नलियाँ सिकुड़ गई हैं, जिसकी वजह से ‘ब्लड क्लॉटिंग की समस्या बढ़ रही है। हालाँकि धूम्रपान और प्रदूषण जैसे कारणों को भी नकारा नहीं जा सकता है।

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