संपादक, न्यूज़NORTH
Speedtest Global Index – India Ranking: मौजूदा समय में इंटरनेट भारत समेत दुनिया भर में लोगों के जीवन का एक अहम हिस्सा बन गया है। देखते ही देखते आज हम 5G के दौर में भी आ चुके हैं, जिसको अब भारत में तेजी से अपनाए जाने की शुरुआत हो चुकी है। दिलचस्प ये है कि पिछले कुछ समय में देश के भीतर 5G मोबाइल डाउनलोड स्पीड में ‘बेहतरीन’ सुधार दर्ज किया गया है।
इस बात की पुष्टि नेटवर्क इंटेलिजेंस और कनेक्टिविटी इनसाइट्स प्रदाता, Ookla द्वारा जारी किए जाने वाले ‘स्पीडटेस्ट ग्लोबल इंडेक्स’ (Speedtest Global Index) ने भी की है, जिसमें इंटरनेट स्पीड के आधार पर दुनिया भर के तमाम देशों की रैंकिंग बनाई जाती है।
Speedtest Global Index – India
इस बार के ‘स्पीडटेस्ट ग्लोबल इंडेक्स’ में भारत ने एक लंबी छलांग लगाते हुए, 72 पायदान आगे बढ़कर 47वाँ स्थान प्राप्त किया है। गौर करने वाली बात ये है कि इस लिस्ट में भारत ने जापान, ब्रिटेन और ब्राजील जैसे देशों को पीछे छोड़ दिया है। बता दें इसके पहले जारी हुई रैंकिंग में भारत 119वें स्थान पर था।
Ookla द्वारा जारी किए गए आँकड़ो पर नजर डालें तो देश में 5G की शुरुआत के बाद से मोबाइल डाउनलोड स्पीड में 3.59 गुना की वृद्धि दर्ज की जा चुकी है। सितंबर, 2022 में भारत की औसत डाउनलोड स्पीड लगभग 13.7Mbps थी, जो अगस्त 2023 में बढ़कर 50.21Mbps तक हो गई है।
किसको मिला पहला स्थान?
लिस्ट में पहला स्थान संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को मिला, जहाँ औसत मोबाइल डाउनलोड स्पीड 210.89Mbps दर्ज की गई। वहीं दूसरा और तीसरा स्थान क्रमशः कतर (192.71Mbps) और कुवैत (153.86Mbps) का रहा।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत के पड़ोसी देश जैसे बांग्लादेश 118वें, श्रीलंका 126वें और पाकिस्तान 127वें स्थान पर रहे। साथ ही ब्रिटेन (62वां), जापान (58वां), ब्राजील (50वां) और दक्षिण अफ्रीका (48वां स्थान) जैसे देश लिस्ट में भारत से पीछे दिखाई दिए।
जाहिर है औसत मोबाइल डाउनलोड स्पीड के मामले में सुधार के पीछे का मुख्य कारण देशभर में तेजी से हो रही 5G सेवाओं का विस्तार है। रिलायंस जियो और एयरटेल जैसी दिग्गज टेलीकॉम कंपनियाँ रोज़ाना नए-नए शहरों में 5G नेटवर्क का विस्तार कर रही हैं।
खास ये भी है कि भारत में ना सिर्फ संख्या के मामले में 5G सेवाओं का विस्तार हो रहा है, बल्कि इंटरनेट क्वॉलिटी के नजरिए से भी ग्राहकों के बीच ‘संतुष्टि’ का स्तर बढ़ा है। उदाहरण के लिए नेट प्रमोटर स्कोर (एनपीएस) यह साफ दर्शाता है कि भारत में 5G उपयोगकर्ता लगातार अपने नेटवर्क ऑपरेटरों को 4G उपयोगकर्ताओं की तुलना में अधिक सकारात्मक रेटिंग दे रहे हैं।
याद दिला दें एयरटेल और जियो दोनों ने अक्टूबर 2022 से 5G नेटवर्क सुविधाओं को शुरू करते हुए, लगातार इस दिशा में विस्तार की कोशिशें जारी रखी हुईं हैं। साथ ही इन टेलीकॉम कंपनियों ने ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी में भी तेजी लाने के लिए ‘5जी फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस’ (FWA) सेवाओं का रोलआउट शुरू कर दिया है। इसके तहत बिना फाइबर केबल के भी दूर-दराज के इलाकों में भी ब्रॉडबैंड इंटरनेट सुविधा प्रदान की जा सकती है।