संपादक, न्यूज़NORTH
Elon Musk’s Starlink Satellite Internet Services In India?: दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति, एलन मस्क की सैटेलाइट इंटरनेट सेवा प्रदान करने वाली कंपनी स्टारलिंक (Starlink) भारत में पिछले 2 सालों से भारत में संचालन शुरू करने की कोशिश कर रही है। पर जैसा हम जानते हैं, इसकी ये कोशिशें अब तक कामयाब नहीं हो सकीं हैं।
लेकिन अब सामने आ रही मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्टारलिंक जल्द भारत में अपनी सैटेलाइट इंटरनेट सेवाओं की पेशकश शुरू कर सकती है।
असल में The New Indian Express की एक रिपोर्ट में मामले के जानकार अधिकारियों के हवाले से यह कहा गया है कि कंपनी के लोग आगामी 20 सितंबर, 2023 को दूरसंचार विभाग (DoT) के अधिकारियों के साथ बैठक कर सकते हैं। यह बैठक भारत में संचालन के लिए स्टारलिंक को आवश्यक लाइसेंस प्राप्त करने की दिशा में अहम रोल अदा कर सकती है।
साल 2021 में Starlink ने India में शुरू की थी प्री-बुकिंग
आपको अगर याद हो तो साल 2021 में एलन मस्क के नेतृत्व वाली स्टारलिंक ने भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस की पेशकश करने के लिए प्री-बुकिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी थी।
लेकिन कुछ ही दिनों में सरकार ये यूजर्स को चेतावनी जारी करते हुए, यह साफ कर दिया था कि देश के भीतर सैटेलाइट इंटरनेट सेवा प्रदान करने या इसको लेकर किसी भी प्रकार की प्री-बुकिंग करने के लिए कंपनी ने पास उचित लाइसेंस नहीं है, ऐसे में ग्राहक प्री-बुकिंग ना करें और किसी भी प्रकार की राशि का भुगतान ना करें।
या दिला दें तब स्टारलिंक अपनी सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस के लिए $99 (लगभग ₹7,400) के भुगतान के साथ प्री-बुकिंग ले रही थी।
लेकिन सरकार की ओर से सख्त रूख अपनाए जाने के बाद कंपनी ने ग्राहकों के पैसे ‘रिफंड’ करने का ऐलान कर दिया था। और ठीक उसी वक्त स्टारलिंक इंडिया के तात्कालिक प्रमुख, संजय भार्गव ने तीन महीने की नौकरी के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
फिलहाल स्टारलिंक की आधारिकारिक वेबसाइट पर जाएँगे तो वहाँ भारत में अभी तक सेवाओं की शुरुआत ना कर पाने के लिए “रेगुलेटरी अप्रूवल” के इंतजार को कारण बताया गया है।
क्या है स्टारलिंक की सैटेलाइट इंटरनेट सेवा?
फिलहाल स्टारलिंक दुनिया भर के लगभग 32 देशों में अपनी सैटेलाइट इंटरनेट सेवाएं प्रदान कर रही है। हाल में यह सबसे अधिक चर्चा में तब आई जब रूस के साथ युद्ध के दौरान यूक्रेन में संचार सुविधा के ठप पड़ने पर, एलन मस्क ने यूक्रेन में स्टारलिंक की सैटेलाइट इंटरनेट सेवा को बहाल कर दिया था।
कैसे काम करती है सैटेलाइट इंटरनेट सेवा?
SpaceX की सहायक कंपनी Starlink अपनी इंटरनेट सेवाओं की पेशकश के लिए मुख्य रूप से लो-अर्थ ऑर्बिट (LEO) स्टारलिंक सैटेलाइट, मतलब कि पृथ्वी की निचली कक्षा में तैनात किए गए कई सारे छोटे-छोटे सैटेलाइट्स के एक नेटवर्क का इस्तेमाल करती है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक़ कंपनी ने अब तक SpaceX के तहत लगभग 4,000 से अधिक सैटेलाइट्स का जाल बिछा लिया है।
भारत में Airtel और Jio जैसी कंपनियाँ भी सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस को लॉन्च करने की कोशिश में हैं। Airtel जहाँ OneWeb के साथ मिलकर सैटेलाइट इंटरनेट की दिशा में प्रयास कर रही है, वहीं Jio ने अपनी ही सैटेलाइट इकाई Jio Space Technologies के तहत लगा हुआ है।