संपादक, न्यूज़NORTH
Startup Funding – Combonation: भारतीय ई-कॉमर्स सेगमेंट अपने पारंपरिक रूप से आगे बढ़ते हुए, अन्य स्वरूपों में भी तेजी से फैल रहा है। इस क्रम में तमाम स्वदेशी स्टार्टअप्स सफल होते भी नजर आ रहें हैं।
इसी के ताजा उदाहरण के रूप में अब दिल्ली आधारित ‘कॉम्बो डील’ कॉमर्स प्लेटफॉर्म Combonation ने अपने प्री-सीड फंडिंग राउंड में $2 मिलियन (लगभग ₹15 करोड़) का निवेश हासिल किया है।
ऐसी तमाम ख़बरें सबसे पहले पाने के लिए जुड़ें हमारे टेलीग्राम चैनल से!: (टेलीग्राम चैनल लिंक)
कंपनी को यह निवेश Coloressence के प्रमोटर आर.के. नंदा (RK Nanda) के नेतृत्व में मिला, जिसमें अन्य कई प्राइवेट निवेशकों ने भी भागीदारी दर्ज करवाई।
कंपनी के मुताबिक, इस निवेश का इस्तेमाल मुख्य रूप से विकास की गति में तेजी लाने, टेक्नोलॉजी को बेहतर बनाते और नई प्रतिभाओं को जोड़ने के लिए किया जाएगा।
साथ ही कंपनी आने वाले छह महीनों में दिल्ली एनसीआर में 50 से अधिक ऑफलाइन रिटेल स्टोर शुरू करने की भी योजना बना रही है। दिलचस्प रूप से कंपनी का इरादा उत्तर भारत में 100 से अधिक स्थानों पर विस्तार करने का भी है।
Combonation की शुरुआत साल 2021 में सौरभ नंदा (Saurabh Nanda) और पूजा सोढ़ी (Pooja Sodhi) ने मिलकर की थी।
यह स्टार्टअप असल में एक मल्टी-ब्रांड्स कॉमर्स प्लेटफॉर्म का संचालन करता है, जो रियायती कीमतों पर कॉम्बो डील की पेशकश करता है। इसके ऑनलाइन स्टोर पर किराने, घरेलू सामान, पर्सनल केयर और ग्रूमिंग समेत अन्य कई कैटेगॉरी से सम्बंधित उत्पादों की पेशकश की जाती है।
Combonation की स्थापना के पीछे मूल मकसद यह था कि बाजार में मौजूद मूल्य निर्धारण की विसंगतियों को तमाम ब्रांड्स के व्यवसाय में बाधा डालने से रोकना जा सके।
असल में ऑनलाइन कॉमर्स में दी जाने वाली भारी भरकम छूट के चलते, अक्सर उत्पादों के कॉम्बो में विभिन्न वस्तुओं की कीमतों की तुलना करना लगभग असंभव हो जाता है।
इस निवेश को लेकर सौरभ नंदा ने कहा;
“ऑनलाइन और ऑफलाइन प्लेटफॉर्म पर मूल्य निर्धारण समानता किसी भी सीईओ या प्रबंधन टीम के लिए पहला लक्ष्य होता है, लेकिन दुर्भाग्य से ऑनलाइन और ऑफलाइन के विभिन्न दबावों के कारण ये असंभव हो जाता है।”
“ऐसे में कॉम्बो बिजनेस असंतुलन को कम करता है और एकल SKU या ब्रांड की कीमतों को जाहिर किए बिना भारी छूट के साथ ऑनलाइन और ऑफलाइन प्लेटफार्मों में समानता को बढ़ावा देता है, जिससे उपभोक्ता और व्यापारी दोनों संतुष्ट रहते हैं।”