संपादक, न्यूज़NORTH
Startup Funding Alert – NAKAD: भारत का फिनटेक जगत, सबसे तेज़ी से विकसित हो रहें चुनिंदा क्षेत्रों की सूची में शामिल हैं। यही वजह है कि इस क्षेत्र से संबंधित स्टार्टअप्स, व्यापाक रूप से निवेशकों का भरोसा भी जीत रहे हैं।
इसी के ताज़ा उदाहरण के दौर पर, लगभग चार महीनें पहले अपना संचालन शुरू करने वाले फिनटेक स्टार्टअप Nakad ने अपने सीड फंडिंग राउंड में $7 मिलियन (लगभग ₹54 करोड़) का निवेश हासिल करने ऐलान किया है।
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कंपनी के लिए इस निवेश दौर का नेतृत्व साझा रूप से Matrix Partners India और Accel ने किया। इनके साथ ही AdvantEdge Founders और कुछ दिग्गज़ एंजेल निवेशक भी इस निवेश दौर में भागीदारी करते नज़र आए।
इस स्टार्टअप की मानें तो प्राप्त किए गए इस फंड का इस्तेमाल ‘प्रोडक्ट डेवलपमेंट’ और देश भर में Nakad के संचालन के विस्तार करने के लिए किया जाएगा।
इसके साथ ही कंपनी नई पूंजी के ज़रिए अपने तकनीकी बुनियादी ढांचे को व्यापाक बनाने तथा विभिन्न आवश्यक क्षेत्रों से संबंधित नई प्रतिभाओं को अपने साथ जोड़ने का काम भी करेगी।
जैसा हमनें पहले ही बताया, Nakad की शुरुआत इस साल जनवरी 2022 में उज्जवल कालरा (Ujwal Kalra), संभव जैन (Sambhav Jain) और अविनाश उत्तव (Avinash Uttav) ने मिलकर की थी।
द्वारा जनवरी 2022 में स्थापित, NAKAD सूक्ष्म, लघु और मध्यम आकार के उद्यमों (MSMEs) के लिए एक चालान छूट मंच के रूप में काम करता है।
इस स्टार्टअप का मुख्य मक़सद सप्लाई चेन क्षेत्र में भारतीय MSMEs के लिए कार्यशील पूंजी (वर्किंग कैपिटल) से जुड़े समस्याओं को हल करना है।
Nakad को आप एक डीप-टियर सप्लाई चेन फाइनेंस-टेक स्टार्टअप के रूप में देख सकते हैं, जो कॉर्पोरेट वेंडर्स के छोटे व मध्यम उद्यम (MSMEs) आपूर्तिकर्ताओं (सप्लायर्स) को वर्किंग कैपिटल हेतु लोन प्रदान करता है।
इसके लिए कंपनी अपने मालिकाना हक वाले तकनीकी प्लेटफ़ॉर्म MicroBill का इस्तेमाल करती है। इसमें कंपनी MSMEs से प्राप्त इनवॉइस (Invoices) के ज़रिए ‘बैंकों’ या ‘गैर-बैंकिंग वित्त कंपनियों’ (NBFCs) से उन्हें वर्किंग कैपिटल लोन दिलवाने में मदद करती है।
नए निवेश पर बोलते हुए, कंपनी के सह-संस्थापक और सीईओ, उज्ज्वल ने कहा;
“कई उद्योगों में व्यापाक सप्लाई चेन नेटवर्क देखने को मिलते हैं। लेकिन मौजूदा समय में सप्लाई चेन फाइनेंस कंपनियाँ अधिकतर उन्हीं आपूर्तिकर्ताओं की मदद करती हैं, जिनके पास पहले से ही वर्किंग कैपिटल हासिल करने के पर्याप्त विकल्प होते हैं।”
“ऐसे में Nakad के ज़रिए हम सप्लाई चेन फाइनेंस क्षेत्र में कॉर्पोरेट सप्लायर्स के भी छोटे आपूर्तिकर्ताओं (SMEs) से जुड़े फाइनेंसिंग मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हैं।”
दिलचस्प रूप से यह स्टार्टअप आपूर्तिकर्ताओं को उनके संचालन के पैमानें के आधार टियर-1, टियर-2 और टियर -3 में बाँटता है।
अगर कोई आपूर्तिकर्ता सीधे बड़ी कंपनियों को सामग्री प्रदान करता है, तो उसे टियर-1 आपूर्तिकर्ता के रूप में चिन्हित किया जाता है, वहीं जो इन ‘टियर-1′ आपूर्तिकर्ता’ को सामग्री प्रदान करते हैं, उन्हें ‘टियर-2 आपूर्तिकर्ता’ माना जाता है।