संपादक, न्यूज़NORTH
UPI sets new record in March 2022: इस बात में कोई शक नहीं है कि बीते कुछ सालों से भारत तेज़ी से डिजिटल पेमेंट के चलन में वृद्धि दर्ज कर रहा है, और महामारी के चलते बनी स्थिति ने इसको और भी रफ़्तार प्रदान कर दी है।
भारत में डिजिटल पेमेंट क्षेत्र की बात की जाए तो इसमें यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) अपनी शुरुआत के बाद से ही काफ़ी तेज़ी से अपनाया जाने वाला माध्यम रहा है।
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हम सब अब अपने मोबाइल से ही दुकानों या दोस्तों आदि को पैसे कुछ सेकंड के भीतर ट्रांसफर कर पाते हैं, और इसके लिए हम UPI समर्थित ऐप्स जैसे Paytm, Google Pay, PhonePe या BHIM आदि का इस्तेमाल करते हैं।
पर अब यह सामने आया है कि मार्च 2022 में ट्रांजैक्शन के अपने ही सारे रिकॉर्ड्स तोड़ते हुए UPI ने नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं।
UPI numbers in March 2022
असल में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NCPI) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, UPI ने 29 मार्च तक ₹8,88,169 करोड़ के 504 करोड़ लेनदेन दर्ज किए।
आपको याद दिला दें इसके पहले अक्टूबर 2021 में ही UPI ने 400 करोड़ से ज्यादा ट्रांजैक्शन दर्ज करते हुए एक रिकॉर्ड क़ायम किया था, जो स्पष्ट रूप से मार्च 2022 में अब 500 करोड़ ट्रांजैक्शन तक हो गया है।
29th MARCH 2022: DAILY PAYMENT STATISTICS#BHIMUPI #AePS #IMPS pic.twitter.com/N4J8puQy7y
— NPCI (@NPCI_NPCI) March 30, 2022
पर दिलचस्प ये है कि मार्च 2022 में चार हफ्तों में दर्ज की गई यह रिकॉर्ड संख्या इसी साल फरवरी में मामूली गिरावट के बाद आई है।
जनवरी 2022 में UPI के ज़रिए रिटेल लेनदेन का की क़ीमत ₹8.32 लाख करोड़ रही थी, जो फ़रवरी 2022 में घटकर ₹8.27 लाख करोड़ हो गई थी।
इतना ही नहीं बल्कि फरवरी में लेनदेन की संख्या भी जनवरी के 461 करोड़ ट्रांजैक्शन के मुक़ाबले थोड़ा कम होते हुए 452 करोड़ ट्रांजैक्शन तक सिमट गई थी।
दिलचस्प ये है कि UPI पेमेंट को पेश किए हुए सिर्फ़ पांच साल का वक्त हुआ है। मोटे तौर पर जून 2016 से शुरू यह पेमेंट सिस्टम अक्टूबर 2019 तक इस मुक़ाम तक पहुँच गया था कि इसने हर महीनें 100 करोड़ ट्रांजैक्शन दर्ज करने शुरू कर दिए थे।
ज़ाहिर है आने वाले दिनों में UPI ट्रांजैक्शन की संख्या और इन ट्रांजैक्शंस के कुल मूल्य में भी वृद्धि बनी रहने की संभावना है।
इसको और भी व्यापाक और लोकप्रिय बनाने के प्रयासों के तहत NPCI अपने इस UPI सिस्टम में आवर्ती भुगतान और IPO आदि सहूलियतों के लिए UPI AutoPay जैसी क्षमताओं को भी जोड़ने की कोशिश कर रहा है।