संपादक, न्यूज़NORTH
Funding News – Curelink: भारत में हेल्थटेक जगत बीते कुछ सालों में काफ़ी तेज़ी से बढ़ता नज़र आया है। इसका अंदाज़ा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि इस सेक्टर से जुड़े कई स्टार्टअप्स आज भारत के यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स की लिस्ट में भी शुमार हो चुके हैं।
और अब इसी कड़ी में गुरुग्राम आधारित हेल्थटेक स्टार्टअप Curelink ने भी अपने सीड फ़ंडिंग राउंड में $3.5 मिलियन (लगभग ₹26 करोड़) का निवेश हासिल किया है।
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बता दें कंपनी के लिए इस निवेश दौर का नेतृत्व Elevation Capital और Venture Highway जैसे दिग्गजों ने किया। साथ ही Digital Sparrow Capital व कुछ एंजेल निवेशकों जैसे विजय शेखर शर्मा (संस्थापक, Paytm), प्रशांत टंडन (Tata 1mg) सहित अन्य तमाम दिग्गजों ने भी भागीदारी दर्ज करवाई।
आइए सबसे पहले Curelink के बारे में कुछ बातें जान लेते हैं। असल में Curelink की शुरुआत साल 2021 में को अमन सिंगला (Aman Singla) और दिव्यांश जैन (Divyansh Jain) ने मिलकर की थी।
कंपनी मुख्यतः व्हाट्सएप (WhatsApp) के ज़रिए मरीजों को सीधे डॉक्टरों से जोड़ने का काम करती है। कंपनी के अनुसार, इसका इरादा टियर-2 व अन्य भारतीय शहरों के लोगों के बीच स्वास्थ्य देखभाल प्रबंधन जैसी चीजों को एक नया आयाम देने का है।
नए निवेश की बात करें तो यह स्टार्टअप प्राप्त इस पूँजी का इस्तेमाल अपने भौगोलिक विस्तार और विभिन्न चिकित्सा विशेषज्ञता क्षेत्रों जैसे त्वचा-विज्ञान, बाल रोग और मनोचिकित्सा में अपनी सेवाओं को बढ़ाने के लिहाज़ से करेगा।
इस स्टार्टअप के अनुसार, हेल्थकेयर इंडस्ट्री में क्लिनिक से बाहर होने वाले लगभग 90% इंटरैक्शन व्हाट्सएप (WhatsApp) पर ही होते हैं।
इसी को देखते हुए अपनी वर्चुअल केयर टीमों के ज़रिए ये हेल्थटेक स्टार्टअप डॉक्टरों को थायराइड, गर्भावस्था, मधुमेह आदि संबंधित रोगियों के लिए उनके अनुसार डाइयट प्लान, व्यायाम के तरीक़ों व अन्य सलाह प्रदान कर सकने की सहूलियत देता है।
कंपनी के सह-संस्थापक, अमन सिंगला के मुताबिक़;
“कंपनी मरीज़ों को मिलने वाली अस्पष्ट सलाह, जैसे कि ‘अपनी आहार संबंधी आदतों को बदलें’ आदि को स्पष्ट रूप से समझने और अमल करने योग्य सलाह में बदलने का काम करती है, जिसके तहत समय-समय पर डॉक्टर रोगियों को व्यक्तिगत, सटीक और गहन स्वास्थ्य संबंधित सलाह दे सकते हैं।”
“ख़ासकर वृद्ध लोग आज भी इंटरनेट पर बहुत अधिक समय नहीं बिताते हैं और स्वास्थ्य आदि चीज़ों को लेकर वो एक अलग ऐप डाउनलोड करें, इसकी संभावना भी बेहद कम होती है। पर इतना ज़रूर है कि वो WhatsApp को लेकर बहुत सहज हो चुके हैं और इसलिए उन्हें ये तरीक़ा अनुकूल लगता है।”
कंपनी के अनुसार सितंबर 2021 में 4 सदस्यों वाली इनकी टीम आज बढ़ते हुए 40 से अधिक सदस्यों को जोड़ चुकी है।
प्लेटफ़ॉर्म अब तक लगभग 300 उचित सलाह दे सकने वाले परामर्शदाता और 10,000 से अधिक रोगियों को दर्ज कर चुका है। कंपनी द्वारा प्लेटफॉर्म पर मैसेजों की संख्या में लगभग 150% की वृद्धि दर्ज करने का भी दावा किया जाता है।
Curelink फ़िलहाल गुरुग्राम और भोपाल में सक्रिय रूप से अपना संचालन कर रहा है और जल्द ही दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में विस्तार करने के साथ, 2022 के अंत तक लखनऊ और जयपुर जैसे शहरों में भी उतरने की योजना बना रहा है।