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बस ट्रैकिंग ऐप Chalo ने सीरीज़-सी राउंड में हासिल किया क़रीब ₹300 करोड़ का निवेश

बस ट्रैकिंग ऐप Chalo ने सीरीज़-सी राउंड में हासिल किया क़रीब ₹300 करोड़ का निवेश

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Chalo App Funding: लोगों को बस ट्रैकिंग सुविधा प्रदान करने वाला Chalo प्लेटफ़ॉर्म अपने सीरीज सी फंडिंग राउंड में क़रीब $40 मिलियन (~ ₹300 करोड़) का निवेश हासिल करने में सफ़ल रहा है। इस निवेश दौर का नेतृत्व Lightrock India और Filter Capital जैसे निवेशकों ने किया।

कंपनी के इस निवेश दौर में कुछ मौजूदा निवेशक जैसे WaterBridge Ventures, Raine Venture Partners, WhatsApp के पूर्व चीफ़ बिज़नेस ऑफ़िसर नीरज अरोड़ा, Google के पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमित सिंघल ने भी अपनी भागीदारी दर्ज करवाई।

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दिलचस्प ये है कि कंपनी ने ये कहा है कि प्राप्त कुल निवेश में से क़रीब $10 मिलियन का इस्तेमाल मौजूदा और पूर्व कर्मचारियों को पुरस्कृत करने के साथ-साथ शुरुआती एंजेल निवेशकों को मुद्रीकरण के अवसर देने के लिए ESOPs बाय-बैक में इस्तेमाल किया जाएगा।

इसके साथ ही शेष फ़ंड को कंपनी अपने प्लेटफ़ॉर्म पर कुछ व्यापाक तकनीकी लक्ष्यों को हासिल करने, भारत में अपनी उपस्थिति को और फैलाने तथा अंतरराष्ट्रीय शहरों में भी अपने विस्तार करने की दिशा में इस्तेमाल करेगी।

Startup Funding News (Hindi): Chalo app raises $40 mn

फ़िलहाल Chalo नामक ये कंपनी अपने प्लेटफ़ॉर्म पर देश भर में क़रीब 15,000 बसों के जुड़े होने का दावा करती है।

मौजूदा समय में कंपनी कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, बिहार, असम, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के साथ कुल 31 शहरों में अपना संचालन कर रही है।

बात की जाए इसके द्वारा प्रदान की जाने वाली सुविधाओं की तो बस ऑपरेटरों के लिए Chalo ने बस संचालन को डिजिटल क्षमताओं से लैस कर, डिजिटल बस अनुभव की पेशकश करने के लिए एक फ़ुल-टेक स्टैक तैयार किया है।

Chalo बसों में GPS का इस्तेमाल करके ‘लाइव ट्रैकिंग’ और इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग डिवाइसों के साथ मोबाइल और कार्ड पेमेंट सहूलियत प्रदान करता है।

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इस पूरे संचालन में बस ऑपरेटरों को डिजिटल सुविधाओं से लैस होते हुए, बढ़ती सवारियों से लाभ होता है। साथ ही Chalo ऐप और Chalo Card के ज़रिए नकद टिकटों को डिजिटल लेनदेन में परिवर्तित करने से उनके दैनिक कार्यों पर नकद पैसों के प्रबंधन आदि कामों का बोझ भी कम हो जाता है।

वहीं सवारियों के नज़रिए से देखें तो उन्हें Chalo ऐप पर अपनी बस को लाइव ट्रैक करने और इसके सटीक लाइव आगमन समय को पता करने में मदद मिलती है, जिससे वह बिना बस स्टॉप पर अनजान होकर बस का इंतज़ार करते हुए अपना समय गंवाने से बच सकती हैं। इतना ही नहीं लोग ये भी देख सकतें हैं कि बस में कितनी भीड़ है और तो और वह ऐप के ज़रिए बस का टिकट या पास भी खरीद सकते हैं।

इस नए निवेश को लेकर Chalo के सीईओ, मोहित दुबे ने कहा;

“भारत में यात्रा करने के मामले में सवारियों द्वारा बसों के इस्तेमाल की हिस्सेदारी क़रीब 48% तक है, जो बसों को टॉप सार्वजनिक परिवहन बनाती हैं। लेकिन इसके बाद भी इस लोकप्रिय परिवहन संसाधन को लेकर लोगों का अनुभव बहुत अधिक अच्छा नहीं है। इसलिए अब तकनीक का इस्तेमाल करके हम लोगों और बस संचालकों दोनों के अनुभवों को बेहतरीन बनाने की क़वायद कर रहें हैं।”

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