संपादक, न्यूज़NORTH
WhatsApp India banned over 30 lakh accounts: एक बार फिर से सोशल मीडिया कंपनियों द्वारा भारत के नए आईटी क़ानूनों के तहत नई अनुपालन रिपोर्ट (Compliance Report) पेश की गई है। और इसी कड़ी में अब ये सामने आया है कि लोकप्रिय इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप व्हाट्सएप (WhatsApp) ने भारत में 16 जून से 31 जुलाई के बीच क़रीब 594 शिकायतें प्राप्त कीं और 30 लाख से अधिक अकाउंट्स को बैन भी किया।
जी हाँ! समाचार एजेंसी पीटीआई की मानें तो मंगलवार को दायर की गई कम्प्लाइयन्स रिपोर्ट में मैसेजिंग प्लेटफॉर्म ने ख़ुद इस बात का ख़ुलासा किया कि 16 जून से 31 जुलाई के बीच इसने भारत में 3,027,000 व्हाट्सएप अकाउंट्स (WhatsApp Accounts) को बैन किया है।
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कंपनी ने बताया कि आईटी नियम 2021 के अनुसार, इसने 46 दिनों की अवधि के लिए अपनी दूसरी मासिक रिपोर्ट – 16 जून से 31 जुलाई तक के लिए प्रकाशित की है।
26 मई को लागू हुए नए आईटी नियम ये कहते हैं कि देश में 50 लाख से अधिक यूज़र्स वाले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों को हर महीने प्राप्त शिकायतों और उन पर की गई कार्रवाई की जानकारी का उल्लेख करते हुए एक कम्प्लाइयन्स रिपोर्ट प्रकाशित करनी होगी।
WhatsApp India banned over 30 lakh accounts between June 16-July 31
आप सोच रहें होंगें कि ये अकाउंट भला बैन क्यों किए गए? असल में WhatsApp अपनी पहले की रिपोर्ट्स में भी ये बात कह चुका है कि इसके द्वारा बैन किए जाने वाले क़रीब 95% से अधिक अकाउंट्स का निलंबन स्वचालित या बल्क मैसेजिंग या स्पैम के इस्तेमाल के कारण होता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कंपनी अक्सर ये कहती आई है कि अपने प्लेटफ़ॉर्म के दुरुपयोग को रोकने के लिए ये हर महीने लगभग 80 लाख अकाउंट्स को बैन करती है।
बहरहाल! अपनी इस नई रिपोर्ट में व्हाट्सएप (WhatsApp) ने बताया है कि 16 जून से 31 जुलाई के दौरान अकाउंट सपोर्ट (137), बैन अपील (316), अन्य सपोर्ट (45), प्रोडक्ट सपोर्ट (64) और सेफ्टी (32) संबंधित क़रीब 594 उपयोगकर्ता रिपोर्ट प्राप्त की गई।
साथ ही इस अवधि के दौरान, कंपनी ने प्राप्त शिकायतों के आधार पर 74 अकाउंट्स के ख़िलाफ़ “कार्रवाई” की। अकाउंट पर कार्यवाई करने का मतलब है कि प्राप्त शिकायत के आधार पर कुछ समाधान हेतु उपाय करना या कोई कदम उठाना।
‘कार्रवाई’ शब्द दोनों चीज़ों को दर्शाता है, या तो किसी अकाउंट पर शिकायत के अनुसार बैन लगाना या फिर यूज़र के तर्कसंगत अपील के आधार पर पहले से प्रतिबंधित अकाउंट को वापस बहाल करना।
रिपोर्ट में कंपनी ने कहा कि कुछ शिकायतों या अपीलों की समीक्षा की गई है, लेकिन उन मामलों में ‘कार्रवाई’ नहीं की गई है।
ये ऐसे मामले थे जिनमें यूज़र्स द्वारा अपने अकाउंट का एक्सेस प्राप्त करने या कुछ फ़ीचर्स का इस्तेमाल करने के लिए सहायता की माँग की है या कुछ यूज़र्स ने कुछ अकाउंट्स को बैन करने की अपील की, लेकिन रिपोर्ट किए गए अकाउंट ने भारत के क़ानूनों या WhatsApp के नियमों व शर्तों को कोई उल्लंघन नहीं किया था।
मैसेजिंग प्लेटफॉर्म ने एक बयान में ये भी बताया है कि इस नई रिपोर्ट में यूज़र्स द्वारा प्राप्त शिकायतों का विवरण और व्हाट्सएप द्वारा की गई संबंधित कार्रवाई के साथ-साथ कंपनी द्वारा ख़ुद की तरफ़ से प्लेटफॉर्म के दुरुपयोग को रोकने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी गई है।
Facebook के मलिक़ाना हक वाले WhatsApp के एक प्रवक्ता ने कहा कि पिछले कुछ सालों में कंपनी ने यूज़र्स के लिए प्लेटफॉर्म को और भी सुरक्षित बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अन्य अत्याधुनिक तकनीक, डेटा साइंस और विशेषज्ञों की मदद की है।