संपादक, न्यूज़NORTH
Twitter Second Compliance Report: माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर (Twitter) ने नए आईटी नियमों के तहत पेश की गई अपनी दूसरी मासिक कम्प्लाइयन्स रिपोर्ट में बताया है कि कंपनी ने 26 जून से 25 जुलाई के बीच क़रीब 120 शिकायतें प्राप्त की और क़रीब 167 URLs पर कार्रवाई की गई।
इतना ही नहीं बल्कि 26 जून से 25 जुलाई के बीच ट्विटर की ओर से सक्रिय डेटा निगरानी के ज़रिए 31,637 खातों को सस्पेंड किया गया।
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कंपनी को ये तमाम शिकायतें ट्विटर के भारतीय शिकायत अधिकारी (Grievance Officer) चैनल के ज़रिए प्राप्त हुई और इनमें Twitter प्लेटफ़ॉर्म पर मौजूद कंटेंट भी शामिल था।
Twitter Second Compliance Report
कंपनी ने अपनी इस मासिक रिपोर्ट में बताया कि इन प्राप्त शिकायतों में अदालत के आदेशों के साथ व्यक्तिगत रूप से उपयोगकर्ताओं द्वारा की गई शिकायतें भी शामिल हैं।
वैसे ट्विटर ने ये साफ़ किया है कि अधिकतर शिकायतें Grievance Officer चैनल के ज़रिए ही प्राप्त की गई, जिनमें अधिकांश शिकायतें दुर्व्यवहार / उत्पीड़न (36), गलत सूचना/मनिप्युलेटेड और हेरफेर मीडिया (28), मानहानि और आईपी से संबंधित उल्लंघन (13-13), घृणित कंटेंट (12), प्रतिरूपण (8), संवेदनशील वयस्क कंटेंट (5), प्राइवेसी उल्लंघन (4) और आतंकवाद/हिंसक अतिवाद (1) आदि से जुड़ी रहीं।
वहीं सबसे अधिक संख्या में URL संबंधित शिकायतों में दुर्व्यवहार/उत्पीड़न और आईपी से संबंधित उल्लंघन (46-46), प्राइवेसी उल्लंघन (35), प्रतिरूपण (16) और मानहानि (15) आदि शामिल रहे। वहीं गलत सूचना और मनिप्युलेटेड मीडिया कैटेगॉरी के तहत क़रीब 7 URLs में कार्यवाई की गई।
दिग्गज़ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा कि हर शिकायत अधिकतर कई आइटम्स का ज़िक्र करती नज़र आई।
इसको आसान भाषा में समझिए जैसे ट्विटर को भेजी गई एक शिकायत में यूज़र किसी एक ट्वीट को हटाने या किसी एक अकाउंट को बंद करने या फिर दोनों करने की माँग कर सकता है।
ट्विटर के अनुसार इन सभी शिकायतों के अलावा भी कंपनी ने 67 शिकायतों को प्रॉसेस किया, जो ट्विटर अकाउंट सस्पेंड करने संबंधित थीं।
कंपनी का दावा रहा की सभी प्राप्त समस्याओं का उचित समाधान किया गया और शिकायतकर्ताओं को उचित प्रतिक्रियाएं भेजी गईं।
दिलचस्प ये रहा कि ट्विटर ने हालातों की बारीकियों के आधार पर 24 सस्पेंड किए गए अकाउंट्स को फिर से बहाल कर दिया, लेकिन शेष अकाउंट्स को सस्पेंड हाई रखा गया है।
इसके पहले 26 मई से 25 जून तक के लिए पेश की गई Twitter की पहली ट्रांसपेरेंसी या कम्प्लाइयन्स रिपोर्ट में बताया गया था कि कंपनी को उस अवधि में क़रीब 94 शिकायतें मिलीं थीं और इनके आधार पर कंपनी ने क़रीब 133 URLs/Posts पर ‘कार्रवाई’ की थी।
भारत में अनुमानित रूप से लगभग 1.75 करोड़ उपयोगकर्ता आधार रखने वाला ट्विटर, नए आईटी नियमों के साथ ही अन्य कई विषयों को लेकर भी भारत सरकार के साथ सीधी भिड़ंत करता नज़र आया है।
लेकिन 10 अगस्त को ही दिल्ली हाईकोर्ट में सरकार की ओर से अदालत को ये सूचित किया गया है कि प्रथम दृष्टया ये लगता है कि कंपनी ने नए आईटी नियमों के तहत तय सभी पदों पर अधिकारियों की नियुक्ति करते हुए क़ानून का अनुपालन शुरू कर दिया है।
लेकिन ट्विटर इंडिया और विवादों का साथ है कि थमने का नाम ही नहीं ले रहा है, और एक नए विवाद के तहत अब भारत में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने ये आरोप लगाया है कि कंपनी ने सरकार के दबाव में उसका और उसके कुछ नेताओं के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट लॉक कर दिए हैं।