संपादक, न्यूज़NORTH
टेक दिग्गज़ Google अब Android स्मार्टफ़ोनों के लिए Google Maps के एक पुराने फ़ीचर को फिर से लाने जा रहा है, जिसको कुछ ही साल पहले कंपनी ने ऐप से हटा दिया था।
जी हाँ! Android यूज़र्स के लिए अब Google Maps पर कम्पास विजेट्स (Compass Widgets) वापस आने जा रही है, जिसको कंपनी ने नेविगेशन स्क्रीन पर अधिक जगह लेने के चलते 2019 में Google Maps से हटा दिया था।
असल में PhoneArena की एक रिपोर्ट के ज़रिए ये जानकारी सामने आई है। ऐसा माना जा रहा है कि Google Maps के इस आईकॉनिक फ़ीचर को यूज़र्स की माँग के चलते ही वापस लाया जा रहा है।
इस कम्पास विजेट्स (Compass Widgets) फ़ीचर के तहत यूज़र्स को Google Maps ऐप के होम स्क्रीन पर उत्तर (North) में एक छोटा लाल प्वाइंटर नज़र आता है। ये Compass Widgets स्क्रीन के दाईं ओर मौजूद होती है।
रिपोर्ट के अनुसार अगर यूज़र्स अपने Android फोन पर मौजूद Google Maps में वापस से Compass Widgets सुविधा को नहीं देख पा रहें हैं तो वह एक बार अपने Google Maps ऐप को अपडेट कर सकते हैं, हो सकता है कि उनको ये फ़ीचर वापस से नज़र आता दिखाई दे।
Google Maps अब नई AI क्षमताओं से होगा लैस
इसके पहले Google ने यह बताया था कि इसके Google Maps ऐप पर क़रीब AI-आधारित 100 ऐसे सुधार हैं जो कंपनी जल्द पेश करने जा रही है, जिसके चलते ऐप को और सरल और सटीक बनाया जा सकेगा।
Google Maps पर Live View फ़ीचर
इसके साथ ही हाल ही में Google ने घर के अंदर (Indoor) के लिए Live View नामक फ़ीचर भी पेश किया है। Live View असल में एक नई तकनीक पर आधारित है, जिसको “ग्लोबल लोकलाईंज़ेशन” कहा जाता है। ये असल में AI क्षमताओं का इस्तेमाल करते हुए आपने ऑरीएंटेशन को समझने के लिए करोड़ों Street View तस्वीरों का इस्तेमाल करता है।
आसान भाषा में कहें तो Live View फ़ीचर यूज़र्स को हवाई अड्डों, स्टेशनों और मॉल जैसे भीड़-भाड़ वाले स्थानों के अंदर नेविगेट करने की सुविधा प्रदान करता है।
इसके साथ ही Google अपनी Maps ऐप में वर्तमान और पूर्वानुमानित तापमान और हवा की गुणवत्ता आदि का आँकलन करते हुए “मौसम” की ट्रैकिंग संबंधित क्षमताओं में सुधार कर रहा है ताकि यह बताया जा सके कि हवा पर्याप्त मात्रा में स्वस्थ/उचित है या नहीं?
Google Maps पर आ रहा है Eco-Friendly Navigation
इतना ही नहीं बल्कि Google Maps पर जल्द ही आपको ‘ईको-फ्रेंडली’ (Eco-Friendly) नेविगेशन का विकल्प भी मिलने जा रहा है। इसके तहत Google Maps सबसे कम कार्बन फुटप्रिंट वाले रास्ते को किसी अन्य समान ETA (पहुँचने में लगने वाले समय) वाले रास्ते की तुलना में पहले या डिफॉल्ट रूट के तौर पर दिखाएगा।
लेकिन अगर इको-फ्रेंडली रास्ता चुनने से यात्रा का समय बढ़ता नज़र आएगा तो Maps आपको दोनों विकल्प दिखाएगा, वह भी हर एक विकल्प के साथ “कार्बन फूटप्रिंट” का भी आँकड़ा दिखाया जाएगा।