संपादक, न्यूज़NORTH
एग्रीटेक प्लेटफॉर्म DeHaat ने बिज़नेस टू बिज़नेस (B2B) सॉफ्टवेयर एज़ ए सर्विस (SaaS) प्लेटफॉर्म, FarmGuide का अधिग्रहण किया है।
आपको बता दें इस कैश एंड स्टॉक डील के वित्तीय आँकड़ो का ख़ुलासा नहीं किया गया है। लेकिन यह क़दम ऐसे वक़्त में आया है जब इस साल की शुरुआत में ही अपने सीरीज़-सी राउंड में DeHaat ने क़रीब ₹222 करोड़ ($30 मिलियन) का निवेश हासिल किया था।
क्यों DeHaat ने ख़रीदा FarmGuide?
वहीं अगर बात करें FarmGuide की तो ये असल में गुड़गांव आधारित कंपनी है, जो लगभग पाँच साल पुरानी है। इस कंपनी ने अब तक पिछले चार सालों में एंजेल राउंड के माध्यम से ₹14 करोड़ जुटाए थे।
इस डील के अनुसार अब FarmGuide की संस्थापक टीम DeHaat का ही हिस्सा होगी और DeHaat के सह-संस्थापक और सीईओ, शशांक कुमार के अनुसार अधिग्रहित कंपनी अपने डेटाबेस और टेक प्लेटफ़ॉर्म को DeHaat के साथ जोड़ इसको एक फ़ुल स्टैक प्लेटफॉर्म का स्वरूप देगी।
DeHaat के सह-संस्थापक श्याम सुंदर सिंह ने कहा कि कंपनी का प्रयास भारतीय किसानों और कृषि बिज़नेस के बीच सभी तरह की कृषि सुविधाओं की एक चेन बनने के लिए एक फ़ुल स्टैक प्लेटफ़ॉर्म का निर्माण करना है।
उनके अनुसार FarmGuide द्वारा विकसित तकनीक प्लेटफॉर्म असल में कृषि संबंधित सप्लाई चेन में अधिक पारदर्शिता लाने के लिए हमारी तकनीक को बेहतर करता नज़र आएगा।
उन्होंने आगे का कि FarmGuide की GIS तकनीक और फसल की निगरानी और विश्लेषण करने के लिए सैटेलाइट डेटा का उपयोग करने की इसकी क्षमता है, DeHaat प्लेटफ़ॉर्म से जुड़ कर किसानों को बेहतरीन फसल संबंधी सलाह व समाधान हासिल करने में सहायक होगी।
इस बीच FarmGuide के सह-संस्थापक निखिल तोषनीवाल ने अधिग्रहण को लेकर कहा कि इस डील को मुख्यतः इस मक़सद के साथ अंजाम दिया गया है ताकि किसानों को एक स्केलेबल मॉडल के तहत एंड टू एंड सोल्यूशन की पेशकश की जा सके।
आपको बता दें फ़िलहाल DeHaat बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और ओडिशा जैसे प्रदेशों में 380,000 से अधिक किसानों की अपनी सेवाएँ प्रदान कर रहा है।
इसकी इन सेवाओं के तहत किसानों को मोबाइल ऐप और कॉल सेंटर के माध्यम से फसलों के कीट और रोग प्रबंधन और फ़सल संबंधी सलाह के लिए AI आधारित कस्टमाईजड कंटेंट तक पहुँच प्रदान करना आदि शामिल हैं।
दिलचस्प यह है कि इए प्लेटफ़ॉर्म अपने नेटवर्क पर किसानों से मकई, गेहूं, चावल, फल और सब्जियां को भी एकत्र करता है और 600 से अधिक थोक खरीदारों को सीधे इन चीज़ों की आपूर्ति करता है। इन ख़रीदारों में रिटेल चेन, ई-कॉमर्स कंपनियाँ, FMCG कंपनियाँ और कुछ SMEs फूड प्रोसेसर कंपनियाँ शामिल हैं।