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यात्री सुरक्षा का हवाला देते हुए लंदन ने छिना OLA का ऑपरेटिंग लाइसेंस

यात्री सुरक्षा का हवाला देते हुए लंदन ने छिना OLA का ऑपरेटिंग लाइसेंस

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अगर कैब सेवाओं की बात करें तो लंदन शायद कैब सेवा प्रदाता कंपनियों के लिए बहुत अधिक फ़ायदेमंद साबित नहीं हो रहा है। दरसल जहाँ अभी तक सिर्फ़ Uber ही लंदन में अपनी सेवाओं को लेकर चुनौतियों का सामना कर रहा था, वहीं अब भारतीय कैब सेवा प्रदाता Ola को भी भारी झटका लगा है।

जी हाँ! असल में लंदन परिवहन नियामक, ट्रांसपोर्ट फॉर लंदन (TfL) ने यात्री सुरक्षा जोखिमों के कारण OLA के लंदन ऑपरेटिंग लाइसेंस वापस ले लिया है।

TfL ने कहा कि OLA कैब सेवा प्रदाता के नियमों के अनुसार फिट और उचित नहीं है। इस कंपनी के पास निजी किराए के वाहन संबंधी ऑपरेटर का लाइसेंस होना यात्री सुरक्षा के लिए खतरा है। tfL ने अपने एक बयान में कहा,

“हम OLA को फिट संचालन के लिए फ़िट नहीं मानते हैं और कई असफलताओं को तलाशने के बाद हमनें यह पाया है कि यह सार्वजनिक सुरक्षा को जोखिम में डाल सकती थी।”

इस भारतीय निजी टैक्सी प्रदाता कंपनी को कथित तौर पर TfL के अनुसार बिना लाइसेंस वाले ड्राइवरों और वाहनों द्वारा की गई 1000 से अधिक यात्राओं के चलते रोका गया है। इसके अलावा OLA को इन लाइसेंस उल्लंघनों और असफलताओं के बारे में TfL को सूचित करने में विफल रहने के लिए भी यह सजा दी गई है।

लेकिन दिलचस्प यह है कि लंदन के निजी टैक्सी बाज़ार में यह पहला ऐसा मामला नहीं है जहाँ किसी कंपनी को संचालन के लिहाज़ से ‘उचित नहीं’ माना गया हो। इसके पहले Uber को भी TfL के प्रतिबंध के चलते अपने ऑपरेटिंग लाइसेंस पर वर्षों क़ानूनी लड़ाई लड़नी पड़ी थी। जिसके बाद हाल ही में ही Uber की अपील पर फैसला सुनाए जाने के बाद कंपनी को कुछ राहत मिली है और यह लंदन शहर में अपना व्यवसाय चलाने के लिए फ़िट करार दी गई। दरसल 2017 में Uber का लाइसेंस छीन लिए जाने के बावजूद, यह 2018 में दायर एक अपील के चलते अभी भी अपना संचालन कर रहा है।

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और आपको यह भी बता दें कि Uber की ही तरह OLA के पास भी शहर में परिचालन जारी रखने की शक्ति है, जब तक कि उसकी अपील पर निर्णय नहीं आ जाता। लेकिन इस बीच TfL ने कहा कि लाइसेंस प्रतिबंध के खिलाफ अपील करने के लिए कंपनी के पास 21 दिन का ही समय है।

वहीं इस बीच ईटी को दिए एक बयान में OLA ने कहा कि वह TfL के साथ काम कर रही है ताकि जल्द से जल्द इस मुद्दे को सुलझाया जा सके। कंपनी के अनुसार यह इस निर्णय के ख़िलाफ़ अपील करने के अवसर पर भी विचार करेगी। आपको याद दिला दें कंपनी ने इसी साल फरवरी में लंदन में अपनी सेवाओं की शुरुआत की थी, जो कि एक ऐसा शहर है जो अपने सख्त अप्रूवल और टेस्टिंग नियमों के लिए जाना जाता है।

इस बीच लंदन में लाइसेंस प्रतिबंध के साथ ही साथ यूरोपीय महाद्वीप में भी OLA चुनौतियों का सामना कर रहा है। पिछले महीने App Drivers & Couriers Union (ADCU), International Alliance of App-based Transport Workers (IAATW) और Worker Info Exchange के साथ मिलकर दो निजी ड्राइवरों ने नीदरलैंड में कंपनी के ख़िलाफ़ मुक़दमा दायर किया था। इन ड्राइवरों ने OLA के ख़िलाफ़ डेटा एक्सेस अधिकारों और अपने प्लेटफॉर्म पर अनुचित एल्गोरिदम प्रबंधन के आरोप लगाए थे।

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