संपादक, न्यूज़NORTH
COVID-19 का असर भले शायद अब वैसे ही बरक़रार हो, लेकिन अब लोगों के साथ साथ कम्पनियाँ भी जल्द ही सामान्य स्थिति की ओर लौटने की कोशिशें करना चाह रहीं हैं।
और अब इसी के तहत Zomato ने भी अपने मुख्य व्यवसाय यानि फ़ूड डिलीवरी की ओर बड़े पैमानें पर लौटना शुरू कर दिया है। स्वाभाविक भी है, क्योंकि उम्मीद के मुताबिक़ होटल और रेस्तरां अगले हफ़्ते से खुलनें शुरू हो जाएँगें।
लेकिन दिलचस्प यह है कि अपने मूल व्यवसाय की ओर लौटते हुए अब Zomato किराने के समान की डिलीवरी को लेकर अपने संचालन को कम करना शुरू कर रहा है, जिसको लॉकडाउन के दौरान उसने राजस्व का अहम श्रोत बना लिया था।
आपको बता दें ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले महीने Zomato ने कहा था कि उसके ऑर्डर वॉल्यूम का 15% सिर्फ़ ग्रॉसरी ऑर्डर, Zomato Market से ही आया है। Zomato के प्रवक्ता के अनुसार देश में अनलॉक 1.0 के चलते मिलने वाली छूट के आधार पर कम्पनी अपने मूल व्यवसाय यानि फ़ूड डिलीवरी को बड़े पैमानें पर सबसे सुरक्षित बनाने के लिए व्यापक समय और पैसा खर्च करेगी।
इस बीच कम्पनी ने यह भी आश्वासन दिया है कि Zomato Market उन उपयोगकर्ताओं को सुविधाएँ मुहैया करवाता रहेगा, जिन्हें जिन्हें ऑन डिमांड डिलीवरी की जरूरत है।
इस बीच TOI की एक रिपोर्ट में यह पहले भी सामने आया था है कि लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन फूड डिलीवरी ऑर्डर वॉल्यूम उस पीक वॉल्यूम से 60% कम था, जिसे इंडस्ट्री ने लॉकडाउन के पहले दो हफ्तों में देखा था।
लेकिन अब उम्मीद यह की जा रही है कि 8 जून से प्रतिबंधों में मिलने जा रही ढील की वजह से ऑनलाइन ऑर्डर वॉल्यूम में आंशिक रूप से वृद्धि दर्ज की जा सकती है। इस बीच यह भी बता दें कि Zomato ने अपने प्रतिद्वंद्वी Swiggy की तरह पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड जैसे राज्यों में शराब की डिलीवरी शुरू कर दी है।