Now Reading
Moderna द्वारा टेस्टिंग में इस्तेमाल की गई ‘COVID-19 वैक्सीन’ में दिखीं सफ़लता की संभावनाएं

Moderna द्वारा टेस्टिंग में इस्तेमाल की गई ‘COVID-19 वैक्सीन’ में दिखीं सफ़लता की संभावनाएं

बढ़ते वक़्त के साथ उम्मीद भी बढ़ने लगी है, और लगता है कि जल्द ही दुनिया भर के लोगों की उम्मीद हक़ीकत में बदल सकती है।

ऐसा इसलिए क्योंकि ऐसी उम्मीद सामनें आनें लगी हैं की शायद हम पहली COVID-19 वैक्सीन को विकसित करने के काफी करीब है। जी हाँ! Moderna के पहले वैक्सीन ट्रायल वाले उम्मीदवार पर अब परिणाम कुछ हद तक सफल पाए जाने लगा है और लगता है कि यह वैक्सीन वायरस के प्रति प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को तेज बनाने में सक्षम है।

दरसल यह डेटा आठ स्वस्थ उम्मीदवारों से लिया गया है, जिन्होनें मार्च में शुरू हुए इंसानी परीक्षण में भाग लिया था। इस डेटा के अध्ययन ने यह निष्कर्ष निकाला कि इस्तेमाल की कई वैक्सीन सुरक्षित है और इसने सभी उम्मीदवारों की बॉडी में एंटीबॉडी का उत्पादन किया है।

साथ ही जब इन पैदा हुई एंटीबॉडी को लैब में लोगों के शरीर में टेस्ट किया गया तो यह एक प्रभावी वैक्सीन के रूप में मानदंड को पूरा करते हुए वायरस को फिर से फैलने से रोकने में कारगर साबित हुआ। आपको बता दें इन व्यक्तियों ने उस स्तर पर एंटीबॉडी दर्ज की जितनी एक COVID-19 से ठीक हुए व्यक्ति की बॉडी में दर्ज की गई थीं।

आपको बता दें ये सभी परिणाम उन व्यक्तियों में पाए गये हैं जिन्होंने कम (25 माइक्रोग्राम) और मध्यम (100 माइक्रोग्राम) खुराक ली थीं। इस बीच इस वैक्सीन का एकमात्र प्रतिकूल प्रभाव एक व्यक्ति पर देखा गया जहाँ वैक्सीन लगाने वाले जगह पर उसके बांह में लाल निशान और उसको थोड़ी खराश की शिकायत देखने को मिली।

वहीँ उच्च खुराक प्राप्त करने वालों के भीतर, बुखार और सिरदर्द जैसे लक्षण दर्ज किए गए, लेकिन राहत की बात यह रही कि यह लक्षण केवल एक दिन तक ही रहे। पर इतना जरुर है कि अध्ययन के नजरिये से भविष्य में उच्च खुराक की मात्रा देने के प्रावधान को समाप्त कर दिया गया है। Moderna ने कहा है कि अब वह 250 mg खुराक के बजाये 50 mg खुराक पर ही टेस्टिंग करेंगें।

See Also
paytm_mini_app_store-vaccine-finder-tool

हम आपको इतना जरुर बता देना चाहतें हैं कि व्यापक सार्वजानिक उपयोग के लिए वैक्सीन उपलब्ध होने से पहले इसको 3 स्तर पर जाँचा जाता है, और उसमें से यह वैक्सीन अभी पहले स्तर में ही है। लेकिन दिलचस्प यह है कि Moderna को FDA से 600 उम्मीदवारों पर दूसरे स्तर की’टेस्टिंग के लिए मंजूरी मिल गई है और यह जल्द ही शुरू हो सकता है।

इस बीच कंपनी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी Tal Zaks की मानें तो अगर यह वैक्सीन सभी स्तरों पर चखरी उतरती है तो इस साल के अंत या 2021 की शुरुआत तक एक पुख्ता वैक्सीन बाजार में पेश की जा सकेगी।

इसका असर Moderna की शेयर कीमतों पर भी पड़ा, जहाँ इसके शेयरों में 20% तक उछाल देखी गयी। Moderna ने $1.34 बिलियन की शेयर ऑफरिंग $76 पर शेयर पर लॉन्च की। इस बीच शुरुआत में ही कंपनी ने कहा था कि वह वैक्सीन के विकास और निर्माण के लिए धन जुटाने के मकसद से $1.25 बिलियन के स्टॉक बेचने की योजना बना रही है।

©प्रतिलिप्यधिकार (Copyright) 2014-2023 Blue Box Media Private Limited (India). सर्वाधिकार सुरक्षित.