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Paytm के सीईओ मानते हैं कि Google के ‘डिजिटल एकाधिकार’ को लेकर लड़ाई अभी लंबी चलेगी

Paytm के सीईओ मानते हैं कि Google के ‘डिजिटल एकाधिकार’ को लेकर लड़ाई अभी लंबी चलेगी

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Paytm के सीईओ और संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में कुछ ही दिनों पहले Play Store से भारत के सबसे बड़े डिजिटल भुगतान प्लेटफार्मों में से एक, Paytm App को हटाने को लेकर काफ़ी निराशा व्यक्त की। विजय शेखर शर्मा ने ऐप को Play Store से हटाने के तुरंत एक दिन बाद ही दिए गये इस इंटरव्यू में Google की अपने प्रतिदवंदियों को लेकर ख़त्म करने और एकाधिकार संबंधी कोशिशों को लेकर कड़ी आलोचना की थी।

दरसल इकोनॉमिक टाइम्स को दिए इस इंटरव्यू में, शर्मा ने कहा की वह तकनीकी दिग्गज के साथ एक लंबी लड़ाई की तैयारी कर रहें हैं।

दरसल भारतीय ई-कॉमर्स और फिनटेक क्षेत्र की दिग्गज कंपनी Paytm ज़ाहिर तौर पर Google का क़दम बड़े पैमाने पर अप्रत्याशित कहा जा सकता है। दरसल Google ने कंपनी के ऐप को इसके गैम्ब्लिंग आदि से जुड़े नियमों के चलते Android Play Store से हटा दिया था।

दिलचस्प यह है कि Google द्वारा एप्लिकेशन को हटाए जाने से ठीक पहले पोस्ट किए गए एक ब्लॉग पोस्ट में, Google ने कहा कि कंपनी अब उन सभी ऐप्स को हटा रही है जो भारत की गैम्ब्लिंग नीतियों का उल्लंघन कर रही हैं। ख़ास यह था कि इस ब्लॉग पोस्ट में Google ने बताया था कि कैसे कुछ ऐप जो भारत में Fantasy Leagues और Betting Tournaments आदि को अप्रत्यक्ष रूप से भी बढ़ावा देते हैं, वह भी इन पाबंदियों के दायरे में आते हैं। और फिर इस ब्लॉग पोस्ट के बाद ही तुरंत Paytm को ऐप स्टोर से हटा देना, अब इसको महज़ इत्तेफ़ाक तो नहीं कहेंगें।

इस बीच Paytm ने अपने Cashback फ़ीचर को हटा कर भले Play Store में वापसी कर ली हो, लेकिन Paytm के सीईओ अब इस लड़ाई को लंबा खीचने का मन बना चुकें हैं।

उन्होंने अपने इंटरव्यू में कहा कि यह समय भारतीय टेक क्षेत्र और स्टार्टअप समुदाय दोनों की आवाज को बढ़ाने का है। Paytm ने Google से स्पष्टीकरण की मांग की है कि क्यों उनके ऐप को प्लेस्टोर से अनजाने में हटा दिया गया? और उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि Google अपने हाल ही में लिए गये फ़ैसलों और नियमों के चलते अपनी मनमानी को समझाता नज़र आएगा। शर्मा ने आगे अपनी चिंताओं को व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे कई ऐप है जो इससे कहीं ज़्यादा संदिग्ध रूप से काम कर रहें हैं, लेकिन उन पर कोई कार्यवाई नहीं की जा रही है।

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इसके साथ ही शर्मा ने इस तरह के अलग-थलग नियमों और भेदभाव को लेकर Google की नीतियों के खिलाफ भी सवाल उठाये और इस मुद्दे पर सरकारी हस्तक्षेप की भी अपनी मंशा व्यक्त की। भारत सरकार और इसके इसकी प्रतिस्पर्धा संबंधी संस्थानों पर पूरा विश्वास जताते हुए, शर्मा ने कहा कि Google अपने ही GPay भुगतान ऐप पर इसी तरह के कैशबैक और स्क्रैचकार्ड चला रहा है, लेकिन कंपनी उसको लेकर कुछ भी क़दम नहीं उठा रही है। वहीं दूसरी ओर, Paytm को अपने ऐप पर कैशबैक आधारित क्रिकेट प्रमोशन प्रोग्राम चलाने के लिए अस्थायी रूप से प्रतिबंधित कर दिया गया।

$16 बिलियन की वैल्यूएशन वाले स्टार्टअप के सीईओ ने इंडस्ट्री रेग्युलेटरी बॉडी में सुधारों की संभावनाओं को तलाशने पर भी ज़ोर दिया। उनके अनुसार फ़िलहाल अमेरिकी तकनीक दिग्गज़ कम्पनियाँ स्थानीय तकनीकी कंपनियों को समान रूप और समान क़ानूनों के तले प्रतिस्पर्धा नहीं करने दे रहीं हैं।

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