संपादक, न्यूज़NORTH
Amazon, Sequoia India और अन्य बड़े नामों द्वारा समर्थित डिजिटल लोन प्रदाता, Capital Float ने जापान की सबसे बड़ी वित्तीय संस्थाओं में से एक Credit Saison के साथ पार्टनरशिप का ऐलान किया है।
दरसल इस पार्टनरशिप के जरिये इन कंपनियों का लक्ष्य भारत में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) को लोन प्रदान करने का है।
The Tech Portal को भेजी गई एक विस्तृत रिलीज़ के अनुसार दोनों कंपनियों ने मिलकर एक “यूनिक को-आर्गेनाईजेशन मॉडल” विकसित किया है, जिसके तहत यह दोनों कंपनियां देश में MSMEs को क्रेडिट हासिल करने में मदद करेंगी।
MSMEs इस क्रेडिट/लोन के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगें और Capital Float की बेहतर तकनीक के चलते अप्रूवल हासिल कर सकेंगें। यह तकनीक Credit Saison सिस्टम के साथ एकीकृत क्रेडिट अंडरराइटिंग प्लेटफॉर्म के तहत काम करती है।
दरसल यह “को-आर्गेनाईजेशन मॉडल” डिजिटल लोन क्षेत्र में काफ़ी समय से सफलतापूर्वक काम कर रहा है। और खास यह है कि Capital Float उनमें से एक है, जिन्होंने इस तरीके को शुरुआत में ही अपना लिया था। इस मॉडल के तहत दो लोन प्रदाता एक साथ मिलकर किसी संभावित व्यवसाय को लोन प्रदान करते नज़र आते हैं।
इस मॉडल को भारत की वित्त मंत्री द्वारा भी प्रोत्साहित किया जाता रहा है, क्यूंकि इससे लोन प्रदाताओं द्वारा MSMEs को दिए गये लोन पर प्रदाताओं के लिए रिस्क कम हो जाता है।
यह पार्टनरशिप डिजिटल लोन के क्षेत्र में किसी भारतीय कंपनी के लिए ग्लोबल तर्ज पर अपनी तरह की पहली पार्टनरशिप होगी। आपको बता दें Capital Float फ़िलहाल भारत में सबसे बड़े ‘को-आर्गेनाईजेशन इकोसिस्टम’ को मैनेज करता नज़र आता है।
इस बीच इस पार्टनरशिप के बारे में बाते करते हुए Credit Saison Asia Pacific के मैनेजिंग डायरेक्टर, Kosuke Mori ने कहा;
“कंपनी भारत के MSMEs को लोन के रूप में $1 बिलियन तक का क्रेडिट देने पर विचार कर रही है। Capital Float के साथ हमारी यह पार्टनरशिप भारत में Credit Saison की पहली SMEs केंद्रित पार्टनरशिप होगी साझेदारी। यह दोनों कंपनियों के लिए अपनी पूंजी के बड़े हिस्से को इस क्षेत्र में लगाने का शानदार अवसर होगा। हमने एक टेक्नोलॉजी स्टैक और एपीआई स्तर पर भी बारीकी से इंटीग्रेशन किया है, जो लोन लेने वालों को एक सरल और शानदार अभुनव प्रदान करेगा।”
इस बीच आपको बता दें Capital Float ने अब तक रत भर में डिजिटल क्रेडिट क्षेत्र में 8,500 करोड़ रूपये (करीब $1.2 बिलियन) से अधिक के क्रेडिट देने का दावा किया है, और इस पार्टनरशिप के बाद कंपनी अब अगले वर्ष तक MSMEs को 1,500 करोड़ रूपये क्रेडिट के रूप में देने की योजना बना रही है।