संपादक, न्यूज़NORTH
MobiKwik IPO: डिजिटल पेमेंट सेगमेंट में नामी भारतीय स्टार्टअप MobiKwik IPO ने आज 11 दिसंबर को निवेशकों के लिए सब्सक्रिप्शन खोल दिया। और दिलचस्प रूप से पहले ही दिन इस आईपीओ को लेकर ज़बरदस्त उत्साह देखनें को मिला। आलम ये रहा कि लगभग एक घंटे के भीतर ही आईपीओ पूरी तरह से सब्सक्राइब हो गया। जी हाँ! तीन दिनों तक चलने वाला यह आईपीओ 13 दिसंबर को बंद होगा।
आपको बता दें, यह फिनटेक कंपनी भारत की दूसरी बड़ी डिजिटल पेमेंट कंपनी बन चुकी है, जिसने Paytm के बाद पब्लिक लिस्टिंग की है। MobiKwik ने अपने आईपीओ के जरिए कुल 572 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। यह पूरी तरह से एक फ्रेश इश्यू है और इसमें किसी मौजूदा निवेशक की हिस्सेदारी नहीं बेची जा रही है।
कंपनी ने इस इश्यू का प्राइस बैंड ₹265-279 प्रति शेयर तय किया है। निवेशक न्यूनतम 53 शेयरों के एक लॉट सब्सक्राइब कर सकते हैं। इसके तहत रिटेल निवेशकों के लिए न्यूनतम निवेश राशि ₹14,787 निर्धारित की गई है।
MobiKwik IPO Detail
IPO के पहले दिन रिटेल निवेशकों के बीच सबसे अधिक आकर्षण देखनें को मिला। इस कैटेगरी में 7.55 गुना सब्सक्रिप्शन देखनें को मिली। 20.50 लाख शेयरों के मुकाबले 1.52 करोड़ शेयरों को सब्सक्राइब किया गया। वहीं गैर-संस्थागत निवेशकों ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया, और इस कैटेगरी में 1.50 गुना सब्सक्रिप्शन हुआ। लेकिन क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स का रुझान शायद पहले दिन धीमा रहा। इस कैटेगरी में 61.50 लाख शेयरों के मुकाबले केवल 2,968 शेयरों की मांग देखी गई।
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कंपनी के मुताबिक, आईपीओ से जुटाई गई का इस्तेमाल कंपनी के डिजिटल पेमेंट और वित्तीय सेवाओं के विस्तार, एआई और मशीन लर्निंग में रिसर्च और पेमेंट डिवाइस के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए किया जाएगा।
MobiKwik का वित्तीय प्रदर्शन
साल 2008 में शुरू हुई MobiKwik के पास जून 2024 तक 161 मिलियन से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्ताओं और 4.26 मिलियन व्यापारियों का व्यापक आधार है। कंपनी भारत के प्रीपेड डिजिटल वॉलेट (PPI) बाजार में 23.11% की हिस्सेदारी रखती है। कंपनी मोबाइल रिचार्ज, यूटिलिटी बिल पेमेंट, क्रेडिट कार्ड भुगतान, क्यूआर कोड आधारित भुगतान और यूपीआई के माध्यम से लेनदेन जैसी सेवाएं प्रदान करती है।
MobiKwik ने वित्तीय प्रदर्शन पर नज़र डालें तो बीतें कुछ सालों में इसमें सुधार दर्ज किया जा रहा है। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी ने 62% की वृद्धि के साथ ₹875 करोड़ का राजस्व कमाया। इस दौरान कंपनी ने ₹14.1 करोड़ का शुद्ध लाभ भी दर्ज किया, जो वित्त वर्ष 2023 में ₹83.19 करोड़ के घाटे के मुकाबले जाहिर तौर पर एक बड़ी उपलब्धि कही जा सकती है। वैसे साफ कर दें कि जून 2024 तिमाही में कंपनी को ₹6.6 करोड़ का घाटा हुआ था।