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TikTok अमेरिका में होगा बैन? अदालत से राहत नहीं, कंपनी बेचना ही विकल्प

TikTok अमेरिका में होगा बैन? अदालत से राहत नहीं, कंपनी बेचना ही विकल्प

  • अमेरिका की एक अपील अदालत में TikTok को बड़ा झटका
  • कंपनी बेचनें या फिर बैन का सामना करने का ही विकल्प बरकरार
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US Court Upholds Order to Sell TikTok or Face Ban: कुछ साल पहले भारत में बैन होने के बाद अब अमेरिका में भी लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म TikTok के भविष्य पर संशय गहराता जा रहा है। ताजा मामले के तहत एक संघीय अपील अदालत ने उस कानून की संवैधानिकता को बरकरार रखा है, जिसके तहत चीन आधारित TikTok की मूल कंपनी ByteDance को इसे बेचने या फिर साल 2025 की शुरुआत तक बैन का सामना करने का निर्देश दिया गया है। अदालत के इस फैसले ने TikTok और उसके उपयोगकर्ताओं के लिए बड़ी चुनौतियां खड़ी कर दी हैं।

असल में अमेरिकी सरकार से मिले इन निर्देशों या क़ानून को TikTok और ByteDance ने एक अपीलीय अदालत में चुनौती दी थी। कंपनी ने यह दावा किया था कि ये कानून अमेरिकी संविधान के पहले संशोधन का उल्लंघन करता है। कंपनी के मुताबिक, यह कानून विशेष रूप से TikTok को निशाना बनाता है और इसे एक असंवैधानिक विधेयक के तौर पर देखा जाना चाहिए।

वहीं अमेरिकी न्याय विभाग ने तर्क दिया कि TikTok राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करता है, क्योंकि इसके चीनी मालिकाना हक़ के कारण संभावनाएं हैं कि चीनी सरकार अमेरिकी उपयोगकर्ताओं का डेटा मांग सकती है या प्लेटफॉर्म पर कंटेंट को प्रभावित कर सकती है। वैसे इसको लेकर कोई सार्वजनिक सबूत अब तक पेश नहीं किया गया है।

Sell TikTok or Face Ban?

मामला डीसी सर्किट के अपील अदालत की तीन-न्यायाधीशों वलय पैनल के सामने पेश हुआ, जिन्होंने सर्वसम्मति से कानून को वैध ठहराया। एक जज ने कहा कि यह कानून केवल विदेशी दुश्मन द्वारा नियंत्रण को समाप्त करने के लिए बनाया गया है। अदालत ने यह भी साफ किया कि यह कानून TikTok के कंटेंट को बैन करने या बदलने की कोशिश नहीं करता है।

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अदालत ने कहा कि डिवेस्टमेंट के बाद भी TikTok पर कंटेंट सैद्धांतिक रूप से बदलेगा नहीं। अमेरिकी नागरिक स्वतंत्र रूप से TikTok या किसी अन्य प्लेटफॉर्म पर चीन समर्थित प्रचार या किसी अन्य प्रकार के कंटेंट को देख और शेयर कर सकेंगे। असल में अपनी अपील में TikTok ने यह भी कहा था कि यह कानून अमेरिकी लोगों की आवाज़ों को चुप कराने का प्रयास है।

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सुप्रीम कोर्ट में अपील करेगा TikTok

अब सामने आ रहा है कि TikTok और ByteDance ने सुप्रीम कोर्ट में अपील करने का प्लान बनाया है। कंपनी का कहना है कि उन्हें विश्वास है कि सुप्रीम कोर्ट अमेरिकी नागरिकों के अभिव्यक्ति के अधिकार की रक्षा करेगा। लेकिन अभी यह तय नहीं है कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले को सुनेगा या नहीं। कंपनी का कहना है कि इस कानून से 170 मिलियन से अधिक अमेरिकी उपयोगकर्ता प्रभावित होंगे। TikTok ने उम्मीद जताई कि सुप्रीम कोर्ट उनके पक्ष में फैसला देगा।

इस बीच TikTok पर बैन की संभावना बढ़ने के चलते Meta और अल्फाबेट Alphabet जैसी प्रकंपनियों को फायदा पहुंचता दिख रहा है। Facebook और Instagram की पैरेंट कंपनी Meta के शेयर फैसले के बाद रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए। दिलचस्प यह भी है कि  नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ट्रम्प ने पहले प्रतिबंध का समर्थन किया था, लेकिन अब उनका कथित लक्ष्य TikTok को बचाना है, जिससे स्थिति और जटिल हो गई है।

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