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बनारस: यूपी कॉलेज में वक्फ बोर्ड को लेकर मचा बवाल, गेट पर पढ़ी हनुमान चालीसा, नहीं हुई नमाज

बनारस: यूपी कॉलेज में वक्फ बोर्ड को लेकर मचा बवाल, गेट पर पढ़ी हनुमान चालीसा, नहीं हुई नमाज

  • वक्फ के दावे के बीच छात्रों का विरोध जारी.
  • किसी भी प्रकार के धार्मिक स्थलों का दावा पूरी तरह निराधार- कॉलेज प्रबंधन.

Uproar over Waqf Board in UP College: उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित उदय प्रताप कॉलेज में वफ्फ बोर्ड के एक पुराने पत्र को लेकर विवाद छिड़ गया है, जिसके बाद कॉलेज के छात्रों ने जमकर वफ्फ बोर्ड के खिलाफ़ प्रदर्शन किया। कॉलेज  गेट के सामने 250- 300 छात्रों का समूह वक्फ बोर्ड द्वारा उदय प्रताप कॉलेज को अपनी संपत्ति घोषित करने का नोटिस जारी करने के बाद इकठ्ठा हुआ था। इस दौरान छात्रों ने प्रदर्शन स्वरूप कॉलेज में हनुमान चालीसा का पाठ किया साथ ही जमकर धार्मिक नारे लगाए।  किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति पैदा न हो इसके लिए पुलिस ने कुछ छात्रों को हिरासत में ले लिया।

योगी सरकार ने विश्विद्यालय बनाने का ऐलान किया

बीते दिनों राज्य के सीएम योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी स्थित उदय प्रताप कॉलेज का दौरा किया था, इस दौरान कॉलेज को विश्विद्यालय बनाने की लंबे समय से चली आ रही मांग को संज्ञान लेते हुए उन्होंने कॉलेज प्रबंधन को विश्वविद्यालय बनाने के लिए एक प्रस्ताव बनाकर भेजने की बात की थी। जिसके बाद से कुछ अराजक तत्वों ने उदय प्रताप कॉलेज को 2018 में वक्फ बोर्ड के नाम का एक नोटिस वायरल करना शुरू कर दिया, जिसमें दावा किया गया था कि परिसर में स्थित मस्जिद और कॉलेज की जमीन टोंक के नवाब द्वारा वक्फ बोर्ड को दान की गई थी।

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हालांकि यह बहुत पुराना मामला था जो कि उसी समय कॉलेज प्रबंधन की ओर से दिए गए जबाव में समाप्त हो चुका था। लेकिन कॉलेज क़ो वक्फ बोर्ड का नोटिस दिए जाने की खबर फैलने के बाद बीते जुमे की नमाज़ मे करीब पांच सौ नमाजी यहां पहुंच गए थे। जबकि आम तौर पर मस्जिद मे जुमे की नमाज मे पांच छह लोग ही नमाज़ पढ़ने जाते रहे है, इतनी बढ़ी संख्या क़ो देखकर वहां पढ़ रहे छात्रों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया।

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उदय प्रताप कॉलेज किसकी जमीन में स्थित?

आपको बता दें कि उदय प्रताप कॉलेज की स्थापना 1909 में महाराजा राजर्षि सिंह जूदेव द्वारा की गई थी। परिसर के लिए जमीन भी राजर्षि सिंह दी द्वारा दी गई थी। इस कॉलेज परिसर में कई शैक्षिक संस्थान संचालित होते हैं, जिनमें उदय प्रताप इंटर कॉलेज, रानी मुरार बालिका इंटर कॉलेज, उदय प्रताप पब्लिक स्कूल, मैनेजमेंट कॉलेज और उदय प्रताप स्वायत्तशासी कॉलेज शामिल हैं। इन संस्थानों में कुल 15,000 से अधिक (Uproar over Waqf Board in UP College)  छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं।

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