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एंटी-गवर्नमेंट समोसा?: हिमाचल के कथित ‘समोसा कांड’’ और उसकी CID जांच को लेकर आया CM का बयान

एंटी-गवर्नमेंट समोसा?: हिमाचल के कथित ‘समोसा कांड’’ और उसकी CID जांच को लेकर आया CM का बयान

  • समोसा हिमाचल प्रदेश की राजनीति का 'कीवर्ड' बन गया.
  • मामले को लेकर सीआईडी विभाग के डायरेक्टर जनरल संजीव रंजन ओझा का बयान भी सामने आया.

Himachal’s alleged ‘Samosa incident’: इन दिनों हिमाचल प्रदेश में समोसा एक हॉट टॉपिक बना हुआ है, राज्य में हर किसी की जुबान में समोसा का नाम आम हो चुका है। इसकी वजह जानकार आपकों भी बड़ा ताजुब्ब होगा क्योंकि यह समोसा राज्य के सीएम सुखविंदर सुक्खू से जुड़ा हुआ है।

दअरसल मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू  के कार्यक्रम के लिए शिमला में एक निजी होटल से मंगवाए गए स्नैक्स सीआईडी ने खुद को ही परोस डाले, जो कि राज्य के सीएम को परोसने थे। अब जब इस मामले ने तूल पकड़ा तो सीआईडी ने इसकी जांच भी की इस मामले में कई पुलिस अधिकारियों के जहां बयान दर्ज किए गए और इस जांच की रिपोर्ट डीएसपी ने गुपचुप विभाग के पुलिस महानिरीक्षक को भेजी थी।

समोसा जांच की रिपोर्ट सोशल मीडिया वायरल

पुलिस महानिरीक्षक को भेजी गई समोसा जांच रिपोर्ट किसी ने लीक कर दी, जो सोशल मीडिया में वायरल होने लगी और लोग समोसे पर की गई इस जांच की खूब मजे उठा रहे हैं, विपक्ष भी सरकार पर हमलावर हो गई क्योंकि इसमें सीधे तौर में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू का नाम जुड़ा हुआ था।

जब इसे लेकर जब और विवाद खड़ा हुआ CID और सीएम सुक्खू दोनों की आलोचना शुरू होने लगी तब गुप्तचर विभाग के डायरेक्टर जनरल संजीव रंजन ओझा ने इसे लेकर एक बयान जारी किया। उन्होंने कहा, विभाग ने जांच की कोई आदेश नहीं दिए थे, फिर भी रिपोर्ट लिखित में मिली है। उन्होंने कहा कि सीआईडी की अंतिम जांच रिपोर्ट वायरल होना चिंता का विषय है।

सीएम का बयान भी सामने आया

इसी बीच दिल्ली में जब सीएम सुक्खू से इसे लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि नहीं,नहीं ऐसा कुछ नहीं है। सीआईडी उन अधिकारियों की दु्र्व्यवहार के मामले में जांच कर रही है। लेकिन आप (मीडिया) समोसे को लेकर न्यूज चला रहे हो।

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बीजेपी का सरकार पर निशाना

वहीं, अब इस मामले में भाजपा नेता कंवर प्यार सिंह ने कहा, “…जहां लापरवाही है, जहां प्रदेश में कमी है, जहां अधिकारी लापरवाह हैं – वहां जांच होनी चाहिए – जो सुविधाएं जनता को नहीं मिल रही हैं। लेकिन, जांच इस बात की हो रही (Himachal’s alleged ‘Samosa incident) है कि मुख्यमंत्री को समोसे नहीं मिले…”

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