Patna AIIMS director removed: बेटे का फर्जी जाति प्रमाण पत्र लगाकर पीजी माइक्रोबायोलॉजी में एडमिशन करवाने के आरोप में पटना AIIMS के कार्यकारी निदेशक डॉ. गोपाल कृष्ण पाल पर कार्रवाई हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई करते हुए AIIMS के कार्यकारी निदेशक के पद से हटा दिया है, अब उनके पद की जगह एम्स देवघर के कार्यकारी निदेशक डॉक्टर सौरभ वार्ष्णेय को 3 माह के लिए अथवा नए डायरेक्टर की नियुक्ति तक एम्स पटना का डायरेक्टर नियुक्त किया गया है।
AIIMS पटना के निर्देशक गोपाल कृष्ण पाल पर आरोप है कि एम्स गोरखपुर के अतिरिक्त प्रभार में रहते हुए इन्होंने अपने बेटे डॉ. ऑरो प्रकाश पाल का नामांकन पीजी में करा दिया था। इसमें अपने पुत्र का प्रमाण पत्र नॉन क्रीमी लेयर के तहत बना कर कराया था।
दो सदस्यीय जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद कार्रवाई
AIIMS पटना के निर्देशक गोपाल कृष्ण के ऊपर लगे आरोपों के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक दो सदस्यीय जांच कमेटी बनाई थी, जो उनके ऊपर लगें आरोपों की जांच कर रही थी। कमेटी ने पाया कि डॉ. पाल ने अपने पद का दुरुपयोग किया है और उन्होंने यह प्रमाण पत्र अपने बेटे को दाखिला दिलाने के लिए बनवाया था।
जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने कार्रवाई करते हुए डॉ. पाल को उनके पद से हटा दिया, वहीं डॉ. पाल के खिलाफ आगे की कार्रवाई के लिए जांच जारी रहेगी, हालांकि डॉ. पाल ने उनके ऊपर लगाए जा रहे सभी आरोपों क गलत बताया है।
4 सितंबर 2024 को हुई थी शिकायत
4 सितंबर 2024 को मामले की शिकायत मिलने के बाद भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा इसके जांच के निर्देश दिए थे। जांच कमेटी ने डॉक्टर पाल को अपने पद और अधिकारों के गलत इस्तेमाल का दोषी पाया था। 10 अक्टूबर को मंत्रालय को रिपोर्ट सौंप दी गई थी। इसके बाद विभाग के द्वारा कार्रवाई की गई है।
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गौरतलब हो, पिछले महीने ही उन्हें नोटिस भेजा गया था और तीन दिनों के भीतर जवाब देने को कहा था। साथ ही उनसे पूछा गया था कि उनके खिलाफ क्यों नहीं अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की जाए? गोपाल कृष्ण पाल संतोषजनक जवाब नहीं दे पाये, ऐसे में केंद्र सरकार ने उनके खिलाफ (Patna AIIMS director removed) कार्रवाई की है।