संपादक, न्यूज़NORTH
Virtual Receptionist in Bengaluru Hotel: भारत का सिलिकॉन वैली कहा जाने वाला शहर, ‘बेंगलुरु’ अब टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक और नई ऊंचाई छूता दिखाई पड़ता है। और हाल में इसका एक हाल ही में इसका एक बड़ा और दिलचस्प उदाहरण देखनें को मिला जब बेंगलुरु के एक होटल में ‘वर्चुअल रिसेप्शनिस्ट’ लोगों का स्वागत और उन्हें मदद करती दिखाई दी। इस घटना को एक दिल्ली आधारित एक टेक सीईओ ने अपने सोशल मीडिया पर शेयर किया।
सोशल मीडिया यूजर ने बताया बेंगलुरु के इस होटल में सिर्फ कुछ सिक्योरिटी गार्ड्स और 1-2 टेकनीशियन थे, जबकि रिसेप्शन का सारा काम एक रिमोट टीम द्वारा किया जा रहा था, जो कई प्रॉपर्टीज़ को एक साथ हैंडल कर रहे थे। दिल्ली आधारित सीईओ अनन्या नारंग ने अपने लिंक्डइन अकाउंट पर विषय को शेयर किया।
Virtual Receptionist in Bengaluru Hotel
उन्होंने अपने पोस्ट में वर्चुअल रिसेप्शनिस्ट की एक तस्वीर शेयर की है। तस्वीर में लैपटॉप में एक महिला रिसेप्शनिस्ट दिख रही हैं। महिला ने अपने पोस्ट के कैप्शन में लिखा है;
“जैसे ही मैंने अंदर एंट्री की, मैंने देखा कि 2 सिक्योरिटी गार्ड और टेक्नीशियन के अलावा होटल में कोई स्टाफ नहीं था। एक कुशल हॉस्पिटैलिटी स्टाफ सारा काम बड़े ही शानदार तरीके से रिमोटली कर रहा था, सभी काम वीडियो कॉन्फ्रेंस पर हो रहे थे। सभी वीडियो कॉन्फ्रेंस से जुड़े बढ़िया ढंग से काम कर रहे थे। आपको बेंगलुरु उर्फ ‘सिलिकॉन वैली’ के अलावा पूरे भारत में ऐसा सिस्टम कहीं देखने को नहीं मिलेगा।”
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वर्चुअल चेक-इन के दौरान मेहमान होटल के रिसेप्शन पर आते हैं और वहां रखे एक कंप्यूटर स्क्रीन पर स्टाफ वर्चूअली उनका स्वागत करता है। एक लाइव वीडियो कॉल के माध्यम से उन्हें रिमोट रिसेप्शनिस्ट से जोड़ दिया जाता है, जो चेक-इन की प्रक्रिया को निर्देशित करते हैं। मेहमान की आईडी चेकिंग से लेकर कमरे की जानकारी देने तक, हर चीज को ऑनलाइन ही मैनेज किया जाता है।
इसके अलावा, होटल स्टाफ से संबंधित किसी भी आवश्यकता के लिए मेहमान को टेक्नीशियन या सिक्योरिटी गार्ड द्वारा सहायता मिल सकती है। अगर कोई टेक्निकल समस्या आती है तो रिमोटली इसे हल करने की पूरी सुविधा होती है।
लोगों की प्रतिक्रियाएं
इस नई व्यवस्था को लेकर सोशल मीडिया पर मिली-जूली प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ लोग इसे भविष्य बता रहे हैं तो कुछ का मानना है कि इससे हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में नौकरी की संभावनाएं घट जाएंगी। एक यूजर ने लिखा कि यह वाकई में टेक्नोलॉजी का शानदार प्रयोग है, जिससे होटल्स की कार्यप्रणाली में तेजी आ सकती है।
वहीं, कुछ लोग इसे ह्यूमन टच की कमी और अन्य चीजों से जोड़ कर देखा। लोगों का कहना रहा कि इस तरह के सिस्टम से होटलों में वो व्यक्तिगत अनुभव नहीं मिलेगा, जो एक असली रिसेप्शनिस्ट व स्टाफ दे सकते हैं।