Site icon NewsNorth

दिग्गज निवेशक Peak XV ने ‘फंड साइज’ और ‘फीस’ में की कटौती

peak-xv-cuts-fund-size-and-fees-in-india

Peak XV Cuts Fund Size: दिग्गज वेंचर कैपिटल फर्म Peak XV Partners, जिसे पहले Sequoia Capital India के नाम से जाना जाता था, ने अपने $2.85 बिलियन फंड का आकार 16% यानी लगभग $465 मिलियन घटाने का ऐलान किया है। दिलचस्प रूप से यह कदम कंपनी के सिलिकॉन वैली स्थित पैरेंट कंपनी रही Sequoia Capital से अलग होने के एक साल बाद आया है। इस फैसले के तहत निवेशक की कोशिश भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में निवेश को संतुलित और दीर्घकालिक बनाए रखने की हो सकती है।

इस कदम को लेकर Peak XV Partners की ओर से बताया गया कि भारतीय सार्वजनिक बाजार में ऊंचे दामों की स्थिति को देखते हुए ग्रोथ फंड में सजगता से निवेश करने की कोशिश की जा रही है। फिलहाल Peak XV का फोकस सीड और वेंचर स्टेज से जुड़ी संभावनाओं पर अधिक है। ऐसे में कंपनी ने अपने 2022 के फंड का आकार 16% तक घटाने का फैसला लिया है।

Peak XV Cuts Fund Size

कंपनी का मानना है कि यह फैसला न केवल उनके फाउंडर्स के लिए लाभकारी होगा, बल्कि उनके लिमिटेड पार्टनर्स के दीर्घकालिक हितों के लिए भी फायदेमंद साबित होगा। हालाँकि इस बीच Peak XV ने साफ किया कि उनके सीड और वेंचर फंड्स के आर्थिक ढांचे में कोई बदलाव देखनें को नहीं मिलेगा। पर ग्रोथ और मल्टी-स्टेज फंड्स के मुनाफे को कैरीड इंटरेस्ट के साथ जोड़ा जा सकता है।

न्यूज़North अब WhatsApp पर, सबसे तेज अपडेट्स पानें के लिए अभी जुड़ें!

याद दिला दें, Peak XV ने भारत में अपनी शुरुआत साल 2006 मेंWestBridge Capital की टीम के अधिग्रहण के साथ की थी। इसे पहले Sequoia India के नाम से शुरू किया गया था। इसने भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम में कई नामी स्टार्टअप बन चुके CRED, Meesho, Groww, Unacademy, और Mamaearth जैसे यूनिकॉर्न्स में निवेश किया।

लेकिन पिछले साल Sequoia Capital ने विभाजन का ऐलान किया गया, जिसके तहत 3 स्वतंत्र यूनिट बनाई गई। भारत और दक्षिण एशिया की इकाई को Peak XV Partners का नाम दिया गया, जबकि चीन की यूनिट को HongShan का नाम दिया गया।

See Also

Sequoia से अलग होने के बाद के 15 महीनों में ही Peak XV ने लगभग $1.2 बिलियन की एग्ज़िट्स दर्ज की है। कंपनी ने Zomato, Mamaearth और Truecaller जैसी प्रमुख कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बेची है। कंपनी का कहना है कि भारत और दक्षिण पूर्व एशिया में निवेश के प्रति उनकी प्रतिबद्धता पहले से कहीं अधिक मजबूत है। कंपनी का दावा है कि यह उनका पोर्टफोलियो मजबूत प्रदर्शन दर्ज कर रहा है।

पार्टनर्स की फीस में भी कटौती

गौर करने वाली बात ये भी है कि ET की रिपोर्ट के अनुसार, Peak XV ने अपने लिमिटेड पार्टनर्स (LPs) से लिए जाने वाले प्रबंधन शुल्क को भी 2.5% से घटाकर 2% कर दिया है।  Peak XV के ये तमाम कदम बाजार की परिस्थितियों और निवेशकों के मौजूदा हालातों के साथ तालमेल के प्रयासों को दर्शाते हैं। फंड आकार को घटाने और प्रबंधन शुल्क में कटौती करने जैसी ये फैसले निवेशकों को लाभ देने के उद्देश्य से किए गए हैं, जिसका असर कथित रूप से आने वाले वक्त में दिख सकेगा।

Exit mobile version