Now Reading
अयोध्या में नवरात्र के 9 दिनों तक नॉन-वेज की बिक्री पर रोक, सख्त आदेश

अयोध्या में नवरात्र के 9 दिनों तक नॉन-वेज की बिक्री पर रोक, सख्त आदेश

  • नवरात्रि के 9 दिन मांस-मछली बिक्री पर रोक.
  • धार्मिक शहर अयोध्या में योगी सरकार ने लगाई पाबंदी.
up-government-halts-salaries-of-2-5-lakh-employees-for-failing-to-declare-assets

Ban on sale of non-veg in Ayodhya for 9 days of Navratri: शक्ति की आराधना के लिए नवरात्रि में होने वाले पूजन के दौरान उत्तरप्रदेश की धार्मिक नगरी अयोध्या में 9 दिनों तक पूर्णता नॉन वेज बिक्री में पाबंदी लगाएं जानें की घोषणा की है। पाबंदी के दौरान अयोध्या जनपद में सभी नॉनवेज होटलों के अलावा कच्चा मांस बिक्री प्रतिष्ठानों सहित सभी मांसहार से सम्बन्धित दुकानों को पूर्ण रूप से बंद करने के खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की ओर से दिया गया है।

3 से 11 अक्टूबर मांस बेचने में पूर्ण पाबंदी

अयोध्या में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने  3 तारीख से लेकर 11 अक्टूबर तक मांस बिक्री करने वाले सभी प्रतिष्ठान को बंद रखना होगा। अयोध्या जिले में तीन अक्टूबर से मांस, मुर्गा, मछली आदि की दुकानें बंद रहेंगी। प्रतिबंध 11 अक्टूबर तक प्रभावी रहेगा। यह जानकारी सहायक आयुक्त खाद्य-दो मानिकचंद्र सिंह ने दी। उनके अनुसार यदि रोक के बावजूद मांस का बिक्री व भंडारण किया जा रहा है तो विभाग के टेलीफोन नंबर 05278-366607 पर सूचना दें, जिससे खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम-2006 के अंतर्गत विधिक कार्रवाई की जा सके।

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ मंदिर में दर्शन की समय सीमा बदली

शारदीय नवरात्र के अवसर पर, 3 अक्टूबर से राम मंदिर के दर्शन का समय भी बदल दिया गया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य, डा. अनिल कुमार मिश्र ने इस संबंध में एक विज्ञप्ति जारी की है। मंदिर के दर्शन की अवधि आधे घंटे कम की गई है, अब दर्शन सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक ही होंगे, जबकि पहले यह साढ़े छह बजे से शुरू होते थे। मंगला और श्रृंगार आरती का समय भी बदला गया है—मंगला आरती अब सुबह 4:30 बजे से और श्रृंगार आरती 6:30 बजे से शुरू होगी।

न्यूज़North अब WhatsApp पर, सबसे तेज अपडेट्स पानें के लिए अभी जुड़ें!

See Also
yamuna-expressway-yeida-to-increase-toll-tax-rates

गौरतलब हो, रामनगरी में साधु-संतों के द्वारा पूर्व में भी कई बार मांस-मदिरा के बेचने और खरीदने पर रोक लगाने की मांग की गई है,  इसे लेकर कई साधु-संतों ने मुख्यमंत्री से लेकर राष्ट्रपति तक निवेदन पत्र भेजा है. यही नहीं कई साधु-संतों ने तो इसको लेकर आंदोलन करने की चेतावनी भी पूर्व में दी थी।

©प्रतिलिप्यधिकार (Copyright) 2014-2023 Blue Box Media Private Limited (India). सर्वाधिकार सुरक्षित.