संपादक, न्यूज़NORTH
Delhi Winter Action Plan Amid Pollution: ये तो हम सब जानते हैं कि दिल्ली में सर्दियों का मौसम आते ही वायु प्रदूषण एक गंभीर समस्या बन जाती है। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए एक व्यापक 21-सूत्रीय ‘विंटर एक्शन प्लान’ पेश किया है। इस प्लान के तहत राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) को बेहतर बनाने और लोगों को अच्छे स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित हवा प्रदान करने की कोशिश की जाएगी।
वैसे ये प्लान हर साल दिल्ली की AAP सरकार द्वारा बनाया जाता रहा है। और इस साल के ‘विंटर एक्शन प्लान’ की मुख्य थीम ‘मिल कर चलें, प्रदूषण से लड़ें’ है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने खुद इसकी जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि सरकार की कोशिशि होगी कि इस अभियान के तहत पूरी दिल्ली के नागरिकों को एकजुट करके प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए प्रेरित किया जाए। सरकार ने बुधवार से ही इस योजना पर काम करना शुरू कर दिया है।
Delhi Winter Action Plan 2024
इस प्लान के चलते दिल्ली सरकार ने प्रदूषण से संबंधित हॉटस्पॉट्स में इसके प्रमुख स्रोतों की पहचान के लिए ड्रोन सर्विलांस का इस्तेमाल करने का फैसला किया है। इसके तहत तमाम चुनिंदा स्थानों की ड्रोन से निगरानी की जाएगी और ज़रूरत पड़ने पर वहाँ एंटी-स्मॉग गन की तैनाती की जाएगी ताकि स्थानीय स्तर पर वायु गुणवत्ता में सुधार किया जा सके। प्रदूषण स्तर के आधार पर दिल्ली में GRAP (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) के विभिन्न फेज लागू किए जाएंगे।
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साथ ही सरकार निर्माण स्थलों और खुली जगहों में धूल की समस्या को कम करने के लिए सरकार एक व्यापक एंटी-डस्ट अभियान भी शुरू करेगी। इस अभियान के जरिए निर्माण सामग्री के परिवहन और उपयोग के दौरान धूल को नियंत्रित करने को लेकर सख्त नियम लागू किए जाएंगे। ऐसी जगहों पर पानी का छिड़काव आदि सुनिश्चित किया जाएगा।
प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए, दिल्ली सरकार ने 1 से 15 नवंबर के बीच कृत्रिम बारिश करवाने की भी योजना बनाई है। इससे दिवाली और पराली जलाने के दौरान उत्पन्न होने वाले प्रदूषण को कम किया जा सकेगा और वायु गुणवत्ता में सुधार हो सकेगा। इतना ही नहीं बल्कि प्रदूषण के बढ़ने पर सरकारी ऑफ़िसों और निजी संस्थानों में वर्क फ्रॉम होम (WFH) की व्यवस्था को भी लागू किया जाएगा।
‘वर्क फ्रॉम होम’ और ‘ऑड-ईवन’
वैसे इसके साथ ही ऑड-ईवन को भी पुनः लागू किए जाने की योजना है, लेकिन इसका इस्तेमाल तब किया जाएगा जब प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ जाएगा। वहीं इस साल भी, दिल्ली सरकार ने दिवाली पर पटाखों के उपयोग पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है। अधिसूचना जारी होने के बाद यह प्रतिबंध पूरी तरह से लागू होगा और किसी भी प्रकार के पटाखों के उपयोग की अनुमति नहीं होगी।
दिल्ली सरकार ने पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए पंजाब सरकार से भी सहयोग की अपील की है। इस साल 5,000 एकड़ से अधिक खेतों में बायो डी-कंपोजर का नि:शुल्क छिड़काव किया जाना है। सरकार ने थर्मल प्लांट्स के कारण होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए शहर के सभी कोयला आधारित थर्मल प्लांट्स को बंद कर दिया है। सरकार ने बताया कि आज दिल्ली एकमात्र ऐसा शहर है जहां एक भी कोयला आधारित थर्मल प्लांट नहीं है।
दिलचस्प रूप से प्रदूषण स्तर की निगरानी और आवश्यक कार्रवाई के लिए एक विशेष 6 सदस्यीय टास्क फोर्स का गठन किया गया है। यह टीम लगातार प्रदूषण स्तर की समीक्षा करेगी और आवश्यकतानुसार उपायों को लागू करेगी।