संपादक, न्यूज़NORTH
India’s Population Growth Decline?: वैसे तो 2024 तक भारत दुनिया में जनसंख्या के लिहाज से संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, दुनिया में सबसे आगे जा रहा है। वहीं अब SBI रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार, भारत की जनसंख्या 138 से 142 करोड़ तक पहुंचने की संभावना है। लेकिन दिलचस्प ये है कि रिपोर्ट देश की जनसंख्या में वृद्धि दर धीमी होने के भी संकेत देती है। आपको बता दें, यह रिपोर्ट जनगणना 2021 के पूर्व अनुमान के रूप में देखी जा रही है, जिसे महामारी के चलते स्थगित किया गया था।
SBI रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार, भारत की जनसंख्या वृद्धि दर पिछले दशकों की तुलना में लगातार गिरावट पर है। 1971 में वार्षिक वृद्धि दर 2.20% थी, जो 2024 तक घटकर लगभग 1% रह जाएगी। यह इशारा करता है कि आगामी दशक में जनसंख्या की वृद्धि धीमी रहेगी, जिससे जनसंख्या के कुल संख्या में अधिक तेजी से वृद्धि नहीं होगी।
India’s Population Growth Decline?
2011 की जनगणना के अनुसार, उस समय भारत की जनसंख्या 121.1 करोड़ थी और वृद्धि दर 1.63% थी। SBI रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में यह संख्या 138-142 करोड़ के बीच होगी। यह भी बताया गया है कि जनसंख्या वृद्धि दर में क्षेत्रीय अंतर देखा गया। मतलब ये कि दक्षिणी राज्य जैसे तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की जनसंख्या वृद्धि में कमी आई है, जबकि उत्तर भारत के राज्य जैसे उत्तर प्रदेश और बिहार जनसंख्या में बढ़ोतरी कर रहे हैं।
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उत्तर प्रदेश और बिहार देश की कुल जनसंख्या वृद्धि में लगभग 33% का योगदान दे रहे हैं, जिससे उत्तर और पूर्वी क्षेत्र का संयुक्त जनसंख्या हिस्सा 52% हो गया है, जबकि 2011 में यह 51% था। रिपोर्ट के अनुसार, 15 से 59 वर्ष के बीच की कार्यशील आयु वर्ग की जनसंख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। यह 2021 में 64.4% थी, जो 2031 तक 65.2% तक पहुंचने की संभावना है।
आयु संबंधित आँकड़े
देश की औसत आयु 2021 में 24 वर्ष थी, जो 2023-24 में बढ़कर 28-29 वर्ष होने की संभावना है। लेकिन इसके बावजूद, भारत अभी भी दुनिया के सबसे युवा देशों में शामिल रहेगा, जिससे देश को लंबे समय तक आर्थिक विकास का लाभ मिलेगा।
बात की जाए भारत में बुजुर्ग जनसंख्या की तो 2024 में यह 15 करोड़ से अधिक हो जाने की संभावना है। इस संख्या में 7.7 करोड़ महिलाएं और 7.3 करोड़ पुरुष शामिल होंगे। 2011 से 2024 के बीच, बुजुर्ग जनसंख्या में 4.6 करोड़ की वृद्धि देखी गई है। 2024 तक यह जनसंख्या कुल जनसंख्या का 10.7% हो जाएगी, और 2031 तक यह बढ़कर 13.1% हो सकती है। रिपोर्ट के अनुसार, 0-14 वर्ष की आयु के बच्चों की जनसंख्या 2024 में 24.3% होगी, जबकि 2011 में यह 30.9% थी।
शहरीकरण हुआ तेज
यह भी सामने आया है कि भारत में तेजी से शहरीकरण हो रहा है। 2011 में देश की शहरी जनसंख्या 31.1% थी, जो 2024 तक 35-37% तक बढ़ने की उम्मीद है। प्रमुख राज्यों में तमिलनाडु सबसे अधिक शहरीकृत राज्य है, जहां 54% जनसंख्या शहरी क्षेत्रों में रहती है। महाराष्ट्र, जहां 48.8% लोग शहरी क्षेत्रों में रहते हैं, शहरी जनसंख्या के मामले में दूसरे स्थान पर है।
रिपोर्ट के अनुसार, 1991 की जनगणना में केवल 18 शहर थे जिनकी जनसंख्या 10 लाख से अधिक थी, जबकि 2011 की जनगणना में यह संख्या 52 हो गई। 2024 की जनगणना में यह संख्या बढ़कर 75-80 शहरों तक पहुंचने की संभावना है।