संपादक, न्यूज़NORTH
Bharat Startup Knowledge Access Registry (BHASKAR): केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल 16 सितंबर को “भारत स्टार्टअप नॉलेज एक्सेस रजिस्ट्री” (BHASKAR) पहल की शुरुआत करने जा रहे हैं। यह असल में एक सेंट्रल प्लेटफ़ॉर्म के तौर पर काम करेगा, जहां स्टार्टअप्स, निवेशकों, सेवा प्रदाताओं और सरकारी संस्थाएँ एक साथ आकर सहयोग से लेकर विचारों का आदान-प्रदान करते हुए, ईकोसिस्टम में व्यापक विकास को गति देने का काम करेंगे। सामने आ रही जानकारी के अनुसार, BHASKAR का मुख्य उद्देश्य भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम के प्रमुख हितधारकों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना है।
BHASKAR के तहत स्टार्टअप इकोसिस्टम को लेकर दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल रजिस्ट्री बनाई जाएगी। इसके इस्तेमाल करके स्टार्टअप्स, निवेशकों, मेंटर्स, सेवा प्रदाताओं और सरकारी निकायों को आसान, बेहतर और विश्वसनीय नेटवर्किंग का विकल्प मिलेगा। इतना ही नहीं बल्कि यह प्लेटफ़ॉर्म उन्हें केंद्रीकृत रूप से संसाधनों तक पहुँच प्रदान करेगा। इन कोशिशों का लक्ष्य है कि स्टार्टअप्स तेजी और कुशलता से अपने व्यवसाय को बढ़ा सकें।
BHASKAR क्या है?
साथ ही इसमें शामिल होने वाले या इससे जुड़ने वाले हर हितधारक को एक यूनिक BHASKAR ID दी जाएगी, जो प्लेटफ़ॉर्म पर व्यक्तिगत अनुभव और बातचीत को सरल कर देगी। इसमें एक पॉवरफुल सर्च सर्विस भी शामिल होगी, जिससे उपयोगकर्ता आसानी से अपने लिए आवश्यक संसाधन, सहयोगी और अवसर ढूंढ सकेंगे।
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जाहिर है यह पहल भारत को इनोवेशन के क्षेत्र में भी एक वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने में मदद करेगी, और स्टार्टअप्स और निवेशकों के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को भी सुलभ बनाया जा सकेगा।
आसान भाषा में समझने की कोशिश करें तो BHASKAR की मदद से देश में कार्यरत स्टार्टअप्स की यात्रा, विचार से लेकर क्रियान्वयन तक, अधिक सुलभ और सरल होगी। यह स्टार्टअप्स के लिए एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म होगा, जहाँ वे अपने व्यवसाय को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक संसाधन, जानकारी और नेटवर्किंग तक तत्काल पहुँच प्राप्त कर सकेंगे।
इस पहल के माध्यम से भारत की स्टार्टअप कल्चर को और बढ़ावा मिलने की भी उम्मीद है और साथ ही ईकोसिस्टम को एक नया आयाम भी मिल सकेगा। BHASKAR न केवल भारत के स्टार्टअप्स के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह देश के नवाचार और उद्यमिता के क्षेत्र में वैश्विक पहचान बनाने में भी सहायक होगा।
ये इसलिए भी अहम हो जाता है क्योंकि मौजूदा समय में भारत लगभग 1,46,000 से अधिक डीपीआईआईटी-मान्यता प्राप्त स्टार्टअप्स का गढ़ है और फिलहाल यह दुनिया में तेजी से बढ़ते स्टार्टअप केंद्रों में से एक बन चुका है। ऐसे में एक वन-स्टॉप डिजिटल प्लेटफॉर्म प्रदान करके, इस क्षेत्र में तमाम नई संभावनाओं को जन्म दिया जा सकता है। इतना ही नहीं बल्कि इसकी क्षमता का लाभ उठाते हुए, उद्यमी और निवेशक के रूप में सामने आने वाली तमाम चुनौतियों का भी समाधान हो सकेगा।
जैसे-जैसे भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम बढ़ता जा रहा है, भास्कर उद्यमिता में देश की वैश्विक स्थिति को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। सहयोग की संस्कृति को बढ़ावा देकर, यह प्लेटफ़ॉर्म स्टार्टअप को चुनौतियों से उबरने और भविष्य की ज़रूरतों को पूरा करने वाले अभिनव समाधान बनाने में मदद करेगा। भास्कर के लॉन्च के साथ, सरकार भारत को वैश्विक नवाचार, उद्यमिता और आर्थिक विकास में अग्रणी बनाने की अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत कर रही है।