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CJI डीवाई चंद्रचूड़ के घर गणेशोत्सव में पहुंचे पीएम मोदी, छिड़ गया नया विवाद

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Photo Credit: PM Modi X Account

CJI DY Chandrachud Participated In Ganesh Pooja With PM Modi: भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ के दिल्ली स्थिति आवास पर बुधवार को आयोजित गणेश उत्सव की पूजा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उपस्थित रहे। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर खुद वायरल हो रहा है। और अब यही वीडियो देशभर में चर्चा का नया विषय बन चुका है। असल में गणेश चतुर्थी के मौके पर पीएम मोदी, CJI चंद्रचूड़ के आवास पर गणेश पूजा में शामिल होने पहुंचे थे, जहां उन्होंने सभी के साथ मिलकर भगवान गणेश की आरती की।

वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पारंपरिक मराठी सफेद टोपी पहने गणेश आरती करते नजर आ रहे हैं। उनके साथ मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ और उनकी पत्नी कल्पना दास भी पूजा में शामिल होते दिख रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस आयोजन की तस्वीरें और वीडियो अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर भी शेयर की।

आपको बता दें, गणेश चतुर्थी का यह आयोजन 7 सितंबर से शुरू हुआ है और 16 सितंबर तक चलेगा। हम सभी जानते हैं कि गणेश उत्सव पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। खासकर मुंबई, दिल्ली जैसे तमाम प्रमुख शहरों में विशाल भव्य पूजा पंडाल और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन हो रहे हैं।

CJI DY Chandrachud Participated In Ganesh Pooja With PM Modi

इस बीच सीजेआई और पीएम का साथ आरती करते हुए यह वीडियो खास तौर से इसलिए चर्चा में है, क्योंकि यह पूजा CJI के घर पर हुई थी।  इस वीडियो के सामने आने के बाद कुछ वरिष्ठ वकीलों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इसे लेकर सवाल उठाए हैं।

सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने इस वीडियो को लेकर आलोचना करते हुए इसे न्यायपालिका और कार्यपालिका के बीच संतुलन को प्रभावित करने वाला बताया। उन्होंने कहा कि CJI चंद्रचूड़ का प्रधानमंत्री मोदी को अपने आवास पर निजी तौर पर आमंत्रित करना न्यायपालिका की स्वतंत्रता के लिए एक नकारात्मक संकेत है।

वीडियो देखें!

इसको लेकर एक अन्य वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह ने भी प्रशांत भूषण के विचारों का समर्थन किया। उन्होंने इस वीडियो को रिट्वीट करते हुए लिखा कि CJI ने न्यायपालिका और कार्यपालिका के बीच शक्तियों के विभाजन के सिद्धांत से समझौता किया है। इससे CJI की स्वतंत्रता पर सवाल उठते हैं, और बार एसोसिएशन को इस सार्वजनिक घटना की निंदा करनी चाहिए।

वहीं सोशल मीडिया पर भी लोगों की मिली-जूली प्रतिक्रियाएं देखनें को मिल रही हैं। कुछ लोग इसे परंपरागत उत्सव के रूप में देख रहे हैं, जबकि कुछ अन्य ने इसे लेकर तमाम तरीक़े के सवाल उठाए।

देखा जाए तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का CJI चंद्रचूड़ के घर गणेश पूजा में शामिल होना एक धार्मिक और व्यक्तिगत कार्यक्रम रहा, लेकिन इसे लेकर उठे विवादों ने इसे राजनीतिक चर्चा का मुद्दा भी बना दिया है। कई लोगों का कहना है कि उच्च पदों पर बैठे व्यक्तियों के बीच इस प्रकार की मुलाकातों से न्यायपालिका की स्वतंत्रता पर असर पड़ सकता है।

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