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SpiceJet ने 150 क्रू मेंबर्स को जबरन छुट्टी पर भेजा, नहीं मिलेगा वेतन, वित्तीय संकट वजह

SpiceJet ने 150 क्रू मेंबर्स को जबरन छुट्टी पर भेजा, नहीं मिलेगा वेतन, वित्तीय संकट वजह

  • DGCA की चेतावनी के बाद SpiceJet का बड़ा कदम
  • केबिन क्रू के 150 कर्मचारियों को छुट्टी पर भेजा
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SpiceJet Sends 150 Employees on 3-Month Leave: बजट एयरलाइन SpiceJet ने एक बड़ा फैसला लेते हुए अब अपने 150 केबिन क्रू कर्मचारियों को 3 महीने के लिए जबरन छुट्टी पर भेज दिया है। बताया जा रहा है कि यह फैसला एयरलाइंस ने आर्थिक संकट और वित्तीय तंगी जैसे हालातों के बीच लिया है। असल में छुट्टी के दौरान इन कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया जाएगा। तो कंपनी में लगात में कटौती के लिए यह कदम उठाया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, SpiceJet का कहना है कि 3 महीने की इस छुट्टी के बाद सभी प्रभावित केबिन क्रू के सदस्य कंपनी के ही कर्मचारी रहेंगे। इसके साथ ही इस दौरान उन्हें सारी स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाएंगी। साथ ही उनकी पेड लीव्स भी बरकरार रखी जाएँगी।

SpiceJet Sends 150 Employees on 3-Month Leave

माना जा रहा है कि यह कदम SpiceJet ने ऐसे समय में उठाया है जब यह वित्तीय संकट से जूझने के चलते फंड जुटाने का प्रयास कर रही है। एक बार वित्तीय संकट से थोड़ी राहत मिलने के बाद SpiceJet इन सभी कर्मचारियों को छुट्टी से वापस बुला लेगी और दोबारा उन्हें संबंधित विभागों में उनकी मौजूदा जिम्मेदारियाँ सौंप दी जाएँगी।

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दिलचस्प रूप से SpiceJet ने यह कदम DGCA की चेतावनी के बाद यह निर्णय लिया। DGCA ने हाल ही में तमाम। शिकायतों के बीच एयरलाइन की निगरानी बढ़ा दी थी, जिसके बाद कंपनी को यह कदम उठाना पड़ा। वर्तमान में स्पाइसजेट केवल 22 विमानों का संचालन कर रही है और कम उड़ानों और यात्रियों की संख्या में गिरावट के चलते कंपनी ने कुछ कर्मचारियों को छुट्टी पर भेजने का फैसला किया।

आपको बता दें, विमानन नियामक DGCA ने रिपोर्टों के आधार पर SpiceJet की वित्तीय स्थिति और उड़ानों की रद्दीकरण की खबरों की समीक्षा की थी। इसके तहत, SpiceJet ने 7 और 8 अगस्त को एयरलाइन की इंजीनियरिंग सुविधाओं का विशेष ऑडिट किया और जिस दौरान कथित रूप से कुछ कमी पाई गई। वैसे भारतीय एयरलाइंस सेगमेंट में तमाम कंपनियों के लिए हाल में चुनौती बढ़ती नजर आई है। यह क्षेत्र हमेशा से ही कुछ कठिन बिज़नेस सेक्टर्स में गिना जाता रहा है।

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