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बाबू लाल मरांडी का पूर्व सीएम को लेकर बयान, चंपई सोरेन का विकल्प भाजपा!

jharkhand chief minister champai soren: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन रविवार को दिल्ली पहुंचे, इसे लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं कि वे भाजपा में शामिल हो सकते हैं। लेकिन दोनों ही ओर से अब तक किसी पक्ष ने इस बात को लेकर पुष्टि नही की है।

हालांकि दिल्ली पहुंचने के बाद झारखंड के सीएम चंपई सोरेन ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से एक पोस्ट करके चर्चाओं का गर्म कर दिया है, जिस वजह से आज दिन भर सोशल मीडिया और इंटरनेट की दुनिया में उनके बारे में जानने के लिए लोगों में उत्सुकता देखी गई।

आपकों बता दे, कि झारखंड के सीएम ने क्या पोस्ट की चंपई सोरेन ने एक पोस्ट के माध्यम से कहा कि उन्होंने

“मुख्यमंत्री के रूप में कड़वे अपमान का अनुभव किया। ऐसे में उन्हें वैकल्पिक रास्ता तलाशने के लिए मजबूर होना पड़ा।”

क्या उनका विकल्प भाजपा!

मीडिया रिपोर्ट और राजनीतिक जानकारों का कहना है कि चंपई सोरेन भाजपा का हाथ थाम सकते है, उनकी भाजपा से बात चल रही है। हालांकी आपकों बता दे, झारखंड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबू लाल मरांडी ने इस संबंध में अपने एक बयान में कह दिया है कि भाजपा में शामिल होने के संबंध में चंपई सोरेन से अभी तक कोई बातचीत नहीं हुई है। चंपई मंझे हुए राजनेता हैं और वे अपना रास्ता खुद तय करेंगे।

उन्होंने आगे कहा, वह अनुभवी राजनेता हैं और अलग झारखंड आंदोलन का हिस्सा रहे हैं। जिस तरह उन्हें सीएम पद से हटाया गया है। इससे वह आहत हैं और अपमानित महसूस कर रहे हैं। अगर चंपई सोरेन जैसे वरिष्ठ नेता पार्टी छोड़ेंगे तो इसका असर पार्टी पर पड़ेगा।

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कौन है चंपई सोरेन?

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और जेएमआई नेता चंपई सोरेन ( who are champai Soren) को हेमंत सोरेन के जेल जानें के बाद झारखंड में सीएम के तौर में शपथ लेने का मौका मिला था। चंपई सोरेन सीएम बनने से पहले हेमंत सोरेन सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हैं, उन्हें हेमंत सोरेन परिवार के बेहद करीबी माना जाता है।

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कोरोना संकट के दौरान चंपई सोरेन के काम की जमकर सराहना हुई थी, जब उन्होंने अन्य राज्यों में फंसे झारखंड के मजदूरों की मदद की थी। इसके अलावा चंपई सोरेन को कोल्हान टाइगर भी कहा जाता है। कोल्हान में विधानसभा की 14 और लोकसभा की 2 सीटें आती हैं। चंपई सोरेन कई बार के कोल्हान से (jharkhand chief minister champai soren)  विधायक हैं। सूबे में हेमंत सोरेन के बाद चंपई आदिवासी का बड़ा चेहरा हैं।

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