SBI increased loan rates: सरकार के स्वामित्व वाला PSU Bank SBI ने अपनी लोन दरों को महंगा कर दिया है, जिसके बाद करोड़ो आम लोगों को महंगे ब्याज दरों का सामना करना पड़ सकता है। भारतीय स्टेट बैंक द्वारा अपने सीमांत लागत-आधारित उधार दर (MCLR) में 10 बेसिक प्वाइंट्स की बढ़ोतरी करने के बाद ऑटो या होम लोन लेने वाले करोड़ों उपभोक्ताओं को महंगे ब्याज दर अब चुकाने पड़ेंगे।
15 अगस्त से ही नई दरें लागू
SBI की लोन में नई ब्याज दरें 15 अगस्त से ही उपभोक्ताओं के लिए लागू हो जायेगी, सरकारी स्वामित्व वाले बैंक SBI की ओवरनाइट एमसीएलआर 8.10 फीसदी से बढ़कर 8.20 फीसदी हो गई है जबकि मासिक एमसीएलआर 8.35 फीसदी से बढ़कर 8.45 फीसदी हो गई है, और 3 महीने की एमसीएलआर भी 10 आधार अंकों की बढ़ोतरी के साथ 8.40 फीसदी से 8.50 फीसदी हो गई है। ब्याज दरों में 10 आधार अंकों की बढ़ोतरी के चलते अब लोन अमाउंट की ब्याज दरों में भी इसी तरह की वृद्धि होने की संभावना है, इसके साथ ही लिंक्ड ऋणों पर (EMI मेंSBI increased loan rates) वृद्धि होगी।
जून मे भी 10 अंको की हुई थी बढ़ोतरी
इसके पहले भी एसबीआई ने अपने बैंक लोन की सीमांत लागत-आधारित उधार दर (MCLR) में 10 बेसिक प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की थी, ये बीते तीन महीनों में देश की सबसे बड़ी सरकारी बैंक संस्था के द्वारा कर्ज की दरों में तीसरी बार वृद्धि की गई है। इसका मतलब यह है कि यह तीसरी दफा है इस साल में जब बैंक से लोन लेने में अधिक ब्याज दरें देनी होगी।
न्यूज़North अब WhatsApp पर, सबसे तेज अपडेट्स पानें के लिए अभी जुड़ें!
एमसीएलआर क्या है? (What is MCLR)
बता दें कि एमसीएलआर कर्ज का मिनिमम इंटरेस्ट होता है जिस पर बैंक को आरबीआई (RBI) की तरफ से कुछ मामलों को छोड़कर उधार देने की अनुमति नहीं होती है। हाई एमसीएलआर का मतलब है कि उधारकर्ताओं के लिए ब्याज दरें अधिक होंगे और ईएमआई भी ज्यादा बनेगी। आसान भाषा में कहें तो, इस ब्याज दर से कम पर कोई भी बैंक लोन (SBI increased loan rates) नहीं देता है।