loss incurred during Kavad Yatra: बीते दिनों कावड़ यात्रा के दौरान कई ऐसी घटनाएं देखी गई थी, जहा कावड़ियो के बीच में कुछ असामाजिक तत्वों ने घुसकर उपद्रव मचाया था। अब ऐसे लोगों की पहचान की जा रही है, उत्तराखंड पुलिस कावड़ यात्रा के दौरान सार्वजनिक और सरकारी संपत्तियों की तोड़फोड़ को लेकर समीक्षा कर रही है।
उपद्रवियों द्वारा जिन प्रॉपर्टी का नुकसान किया गया है, उनकी भरपाई उन्हीं लोगों से की जायेगी। इसके लिए पुलिस घटना और उपद्रव के समय के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
पहचान के बाद संबंधित थाने में नोटिस जारी
उपद्रवियों की पहचान करने के बाद उनके इलाके के संबंधित थानों में नोटिस जारी करके ऐसे उपद्रवियों से नुकसान की पूर्ति की जायेगी। आपकों बता दे, उत्तरभारत में सावन के महीने में कावड़ यात्रा का प्रचलन है, जहां शिव की आराधना के लिए कावड़ यात्री सैकड़ों और हजारों किमी दूर से नदियों का पानी चढ़ाने के लिए ले जाते है।
लेकिन इस बार यूपी, उत्तराखंड से ऐसे वाकए सामने आए जब कावड़ यात्रियों के बीच कुछ उपद्रवी और आसामाजिक तत्वों के द्वारा विघ्न पैदा किया गया, साथ ही कई जगहों में उपद्रव की घटना भी सामने आई।
उपद्रवियों का चिन्हीकरण
आईजी गढ़वाल रेंज ने बताया कि कावड़ यात्रा के दौरान मचाएं गए उपद्रव की वीडियोग्राफी करने के साथ कई मौके में नाम और पते भी दर्ज किए गए थे। अब वीडियोग्राफी में नुकसान का आंकलन वीडियोग्राफी के जरिए चल रही है। इसमें जितने नुकसान का आंकलन होगा उतना उपद्रवियों से भरपाई की जायेगी। इसके अलावा वाहनों के नंबर से भी अन्य उपद्रवियों की पहचान की जा रही है।
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नोटिस जारी किया जाएगा
सभी उपद्रवियों की पहचान करके उन्हे नुकसान वाली जगह के संबंधित थानों से नोटिस जारी किया जाएगा। नोटिस में थाने में हाजिर होने के लिए कहा जाएगा इसके बाद पूछताछ करके दोषी व्यक्ति से नुकसान की भरपाई की जायेगी उत्तराखंड के हरिद्वार और टिहरी जिले में कावड़ यात्रा के दौरान 12 से (loss incurred during Kavad Yatra) अधिक उपद्रव के मामले दर्ज किए गए है।