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बांग्लादेश: पीएम शेख हसीना का इस्तीफा; हेलीकॉप्टर में भारत की ओर रवाना होने की खबर

बांग्लादेश: पीएम शेख हसीना का इस्तीफा; हेलीकॉप्टर में भारत की ओर रवाना होने की खबर

  • बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने इस्तीफा दिया
  • सुरक्षित जगह के लिए रवाना, सेना बना रही अंतरिम सरकार
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Bangladesh PM Sheikh Hasina Resigns: बांग्लादेश में पिछले महीने से जारी हिंसक प्रदर्शन के बीच अब पीएम शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। खुद बांग्लादेश की सेना के मुखिया वकर-उज-जमान ने इसकी पुष्टि करते हुए यह बताया है कि मौजूदा हालातों में सेना अंतरिम सरकार बनाने जा रही है। इसके साथ ही खबर यह भी है कि शेख हसीना ने प्रदर्शन को देखते हुए ढाका छोड़ दिए है और कथित रूप से भारत की ओर रवाना हुई हैं।

तमाम मीडिया एजेंसी में सामने आ रही रिपोर्ट्स के अनुसार, शेख हसीना ने ढाका छोड़ दिया है और किसी सुरक्षित स्थान पर चली गई हैं। जबकि रॉयटर्स की एक रिपोर्ट बताती है कि हसीना एक सैन्य हेलीकॉप्टर की मदद से भारत जा रही हैं।

Bangladesh PM Sheikh Hasina Resigns

इस बीच सेना प्रमुख ने प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि शेख हसीना ने देश छोड़ दिया है और सेना की देखरेख में आगे अंतरिम सरकार का गठन किया जाएगा। उन्होंने देशवासियो से शांति की अपील करते हुए कहा कि उनकी प्रदर्शनकारी छात्रों के साथ अब तक की बातचीत सकारात्मक रही है। इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने साफ किया कि सेना को छात्रों पर गोलियां ना चलाने का आदेश दिया गया है।

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बांग्लादेश में भी बने पाकिस्तान जैसे हालात

भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश की स्थिति भारत के अन्य पड़ोसी देश पाकिस्तान जैसे ही बनते जा रही है, बांग्लादेश की शेख हसीना सरकार अपने ही देश में अंदरूनी कलह से जूझ रही है। बांग्लादेश में सरकार के खिलाफ़ लॉन्ग मार्च का ऐलान किया गया है। बांग्लादेश पीएम शेख हसीना से आंदोलकारी छात्र लम्बे समय से इस्तीफ़े की मांग कर रहे थे।

गौरतलब हो, बांग्लादेश में छात्र विवादास्पद कोटा प्रणाली को खत्म करने की मांग कर रहे थे। यह प्रणाली 1971 में बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम में लड़ने वाले दिग्गजों के रिश्तेदारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण देती है। छात्रों का प्रदर्शन उस समय और भी उग्र हो गया जब बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने छात्रों की मांग को लेकर कोई कार्यवाई न करते हुए आंदोलकारी को तंज स्वरूप शेख हसीना ने कहा था –

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“स्वतंत्रता सेनानियों के पोते-पोतियों को रिजर्वेशन का फायदा नहीं मिलना चाहिए तो क्या रजाकारों के पोते-पोतियों को मिलना चाहिए?”

शेख हसीना के उक्त बयान के बाद प्रदर्शनकारियों ने इसे अपना अपमान बताया था। बता दे, रजाकार शब्द को बांग्लादेश में अपमान के तौर में देखा जाता है। ये शब्द वह गद्दारों के लिए प्रयोग किया जाता है।

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