Action taken against using names of religious places of Uttarakhand: दिल्ली में केदरानाथ धाम निर्माण करने से उठे विवाद के बीच अब उत्तराखंड सरकार की कैबिनेट में एक अहम फैसला लेते हुए राज्य के सभी धार्मिक स्थल और ट्रस्ट का नाम किसी अन्य जगह उपयोग करने को लेकर कड़ी कार्रवाई करने का फैसला लिया है।
गुरुवार (18 जुलाई 2024) को पुष्कर सिंह धामी की कैबिनेट बैठक में फैसला लेते हुए राज्य सरकार ने अपने फैसले में यह निर्णय लिया की धर्मस्व विभाग धाम, मंदिरों, ट्रस्टों का नाम उपयोग करने वाले के ऊपर कड़े प्रावधान करेगा।
उत्तराखंड सरकार की कैबिनेट में 25 प्रस्तावों को मंजूरी
उत्तराखंड सचिवालय में प्रेस ब्रीफिंग में राज्य के सचिव शैलेश बागौली ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि, प्रदेश सरकार की कैबिनेट में 25 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। जिसमें सबसे महत्वपूर्ण राज्य के प्रमुख धार्मिक स्थलों मंदिरों ट्रस्टों के नाम या मिलते जुलते नामों का प्रयोग करना या उसका दुरुपयोग करके किसी अन्य जगह मंदिर, धाम या मठ का निर्माण करने वालों के खिलाफ़ सख़्त कार्यवाई करने के प्रावधान किया जायेगा।
इसके साथ ही राज्य सरकार ने निर्माण के अलावा मंदिर मठ ट्रस्ट से मिलते जुलते नामों के प्रयोग करने वालों के लिए भी कार्यवाई की बात कही है।
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गौरतलब हो, पिछले कुछ दिनों से राजधानी दिल्ली में केदार नाथ धाम बनाए जानें को लेकर देशभर खासकर उत्तराखंड के लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त था, कई जगह मन्दिर के नाम को लेकर आपत्ति दर्ज करते हुए प्रदर्शन किया जा रहा था। दिल्ली में केदार नाथ धाम बनाए जानें को लेकर साधु संतो की भी तल्ख टिप्पणी आई थी, जिसके बाद से राज्य सरकार ने अब कैबिनेट बैठक में ऐसे नाम प्रयोग करके अन्य स्थानों में मंदिर मठ ट्रस्ट निर्माण करने वालों के ऊपर कार्रवाई का प्रावधान करके एक (Action taken against using names of religious places of Uttarakhand) चेतावनी दी है।