Fir indian cricket player: इंडियन क्रिकेट के चार पूर्व खिलाड़ियों की मुसीबत बढ़ गई है, भारतीय क्रिकेट फील्ड के पूर्व खिलाड़ियों ने इंग्लैंड में हाल में आयोजित विश्वकप लीजेंड फाइनल में इंडिया चैंपियंस ने पाकिस्तान चैंपियंस को पांच विकेट से हराकर ट्रॉफी अपने नाम की। इसके बात उन्होंने जीत के जश्न में कुछ ऐसा इंस्टाग्राम अकाउंट में पोस्ट कर दिया कि उनके ऊपर एफआईआर दर्ज होने तक की नौबत आ गई है।
दरअसल युवराज सिंह, हरभजन सिंह, सुरेश रैना, ने जीत का जश्न के बाद सोशल मीडिया प्लेटफार्म इंस्टाग्राम में क्रिकेट मैच और टूर्नामेंट खत्म हो जाने के बाद अपने प्रशंसकों के लिए एक बॉलीवुड गाने तोबा.. तोबा में.. अपने ड्रांसिंग स्टेप से ऐसा प्रदर्शित करने की कोशिश कर रहे थे कि टूर्नामेंट में खेलते हुए उनके हाथ पैर पूरी बॉडी में दर्द होने से वह अपाहिज हो चुके है।
अब इसी वीडियो को लेकर विवाद खड़ा हो तीनों क्रिकेटर सहित एक अन्य क्रिकेट खिलाड़ी के ऊपर नेशनल सेंटर फॉर प्रमोशन ऑफ एम्प्लॉइमन्ट फॉर डिसएबल्ड (NCPEDP) के अध्यक्ष अरमान अली ने अमर कॉलोनी पुलिस थाना के प्रभारी से चारों क्रिकेटरों की शिकायत की है। इसके साथ ही उन्होंने मेटा इंडिया की उपाध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक संध्या देवनाथन के खिलाफ भी शिकायत की है।
इसके अलावा इन सभी क्रिकेट खिलाडियो के वीडियो को लेकर विश्व चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी मानसी जोशी ने भी बेहूदा काम बताया है, उन्होंने कहा कि, यह दिव्यांगों का मजाक उड़ाने जैसा है।
हरभजन ने विवाद के बाद करी एक और पोस्ट
वीडियो के ऊपर बढ़ते विवाद को देखते हुए हरभजन सिंह ने वीडियो को लेकर सफाई पेश की है, उन्होंने अपने X अकाउंट में पोस्ट करते हुए लिखा कि,
“उनकी मंशा किसी का अपमान करना नहीं था।”
उन्होंने अपनी पोस्ट में माफी मांगते हुए कहा कि,
‘मैं इंग्लैंड में चैंपियनशिप जीतने के बाद सोशल मीडिया पर हमारे ‘तौबा तौबा’ वाले हाल के वीडियो के बारे में शिकायत कर रहे हैं उन लोगों को स्पष्ट करना चाहता हूं कि हम किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहते थे। हम हर व्यक्ति और समुदाय का सम्मान करते हैं और यह वीडियो सिर्फ 15 दिनों तक लगातार क्रिकेट खेलने के बाद हमारे शरीर पर पड़ने वाले असर को दर्शाने के लिए था। टूटते शरीर… हम किसी का अपमान या अपमान करने की कोशिश नहीं कर रहे थे… फिर भी अगर लोगों को लगता है कि हमने कुछ गलत किया है… तो मैं अपनी तरफ से बस इतना ही कह सकता हूं कि सभी से माफी चाहता हूं… कृपया इसे यहीं रोकें और आगे बढ़ें। खुश और स्वस्थ रहें।’
क्रिकेट खिलाड़ियों के ऊपर आरोप?
नेशनल सेंटर फॉर प्रमोशन ऑफ एम्प्लॉइमन्ट फॉर डिसएबल्ड (NCPEDP) के अध्यक्ष अरमान अली ने आरोप लगाते हुए मांग की है कि, यह वीडियो भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 का खुला उल्लंघन है, जो प्रत्येक व्यक्ति को सम्मान के साथ जीने का अधिकार देता है।
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यह दिव्यांगों के अधिकार अधिनियम, 2016 की धारा 92 का भी उल्लंघन करता है। उनका आरोप है क्रिकेट खिलाड़ियों ने डिसएबल्ड कम्यूनिटी का मजाक उड़ाया है। उन्होंने अधिकारियों से वीडियो में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ तत्काल और उचित कार्रवाई करने का आग्रह (Fir indian cricket player) किया है।