Budget 2024 Robot Tax: दुनिया में AI technology के आगमन से ही वैश्विक रूप से मानव आधारित नौकरी समाप्त होना शुरू हो चुका है,आम लोगों का रोजगार मशीनें छीन ने लगी है। ऐसे में बड़े बड़े अर्थशास्त्री और इकनॉमिस्ट ने बढ़ती बेरोगारी और AI technology आधारित मशीनों की वजह कम होते रोजगार को लेकर एक बीच का रास्ता निकाले जानें का सुझाव दिया है।
सात साल पहले अमेरिकी बिजनेसमैन और माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स ने एक बयान में कहा था कि जो रोबोट इंसानों की नौकरियां छीन रहे हैं, उनसे टैक्स लिए जानें वाली बात किया था। जिससे की बेरोजगार लोगों को उस टैक्स के पैसे से स्किल और टेक के विषय में ज्ञान बढ़ाया जाए, लगता है यह सुझाव के अनुसार भारत में काम किया जा सकता है।
मिली जानकारी के अनुसार, 2024 बजट पेश होने से पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने देश के प्रख्यात अर्थशास्त्रियों के साथ बैठक की थी, इसमें आरएसएस की स्वदेशी जागरण मंच के निर्देशक और अर्थशास्त्री अश्वनी महाजन ने (Budget 2024 Robot Tax) रोबोट टैक्स लगाए जानें का सुझाव दिया है।
क्या होता है, रोबोट टैक्स?
दरअसल केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को दिए गए “रोबोट टैक्स” एक ऐसा टैक्स है, जो भारत में स्थिति वैश्विक और स्थानीय कंपनिया जो अपने वर्क प्लेस में एआई तकनीकी आधारित मशीनों का प्रयोग करते है, जिस वजह से मानव आधारित नौकरी कम हो रही है, उन कंपनियों के ऊपर रोबोट टैक्स लगाकर उस राशि का इस्तेमाल करके AI technology की वजह से रोजगार खो चुके लोगों की स्किल डेवलपमेंट और टेक आधारित जानकारी में जानकर बनाकर अन्य रोजगार के लिए तैयार करने के लिए होना चाहिए।
इसके अतिरिक्त प्रख्यात अर्थशास्त्रियों ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बैठक में निजी निवेश को बढ़ावा देने के उपाय, रोजगार सृजन, राजकोषीय समझदारी बनाए रखना के साथ कर्ज के स्तर और खाद्य महंगाई का प्रबंधन जैसे विषयों को लेकर भी चर्चा की गई।
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हालांकि आपकों बता दे, सुझावों में अमल करने या न करने का आखरी फैसला वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के हाथो में ऐसे में रोबोट टैक्स को लेकर आगामी दिनों में बजट में कोई काम किया जाता है, यह देखने का विषय होगा।