IAS Pooja Khedkar controversy news: यूपीएससी सिविल परीक्षा 2021 में चयनित महाराष्ट्र की ट्रेनी आईएएस डॉ. पूजा खेड़कर की मुसीबत बढ़ने लगी है। ट्रेनी आईएएस के दस्तावेजों को लेकर एक के बाद एक सवाल खड़े हो रहे है। जहा उनके द्वारा ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर स्टेटस के तौर में गैर संवैधानिक तौर से फायदा उठाने का आरोप लगा है, वही उनके मेडिकल सर्टिफिकेट को लेकर एक बड़ा खुलासा पुणे के मेडिकल बोर्ड जारी एक पत्र में किया गया है।
दरअसल अपनी दिव्यांगता को साबित करने के लिए अगस्त 2022 में पुणे में एक आवदेन दिया था, लेकिन जांच करने वाले डॉक्टरों ने पुजा खेड़कर के आवेदन को खारिज कर दिया था और कहा कि,
“यह संभव नहीं है”।
इस संबंध में मेडिकल बोर्ड के द्वारा एक पत्र भी जारी किया गया था जिसमे लिखा है कि,
“आपकी जांच 11/10/2022 को अधोहस्ताक्षरी मेडिकल बोर्ड के द्वारा की गई है, मुझे / हमें यह सूचित करते हुए खेद है कि … आपके पक्ष में दिव्यांगता प्रमाण पत्र जारी करना संभव नहीं है।”
अहमदनगर में भी नही मिला दिव्यांगता सर्टिफिकेट
पुणे में दिव्यांगता सर्टिफिकेट न मिलने के पहले मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पूजा खेड़कर ने अहमदनगर में भी दिव्यांगता सर्टिफिकेट के लिए आवेदन किया था, वह भी जरूरी टेस्ट में वे असफल रही थी। ऐसे में कहा जा रहा की उनके द्वारा दिव्यांगता सर्टिफिकेट के लिए दो बार किए गए आवेदन को डॉक्टरों द्वारा जरूरी टेस्ट को लेकर आवेदन निरस्त किया गया था।
गाड़ी की जा चुकी है, जब्त
इस बीच पुणे पुलिस ने उनकी वह गाड़ी जब्त कर ली है, जिसमें वह लाल बत्ती लगाकर घुमा करती थी। रविवार को उनकी गाड़ी जब्त की गई है, पुणे क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) ने शहर की एक निजी कंपनी को गुरुवार को नोटिस जारी किया था। खेडकर (34) की यहां नियुक्ति के दौरान उनके द्वारा इस्तेमाल की गई ‘ऑडी’ कार इसी कंपनी के नाम से पंजीकृत है।
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गौरतलब हो, पुलिस द्वारा उनके ऑडी वाहन को जब्त किए जाने को लेकर जो वजह बताई जा रही है, उसमे कहा गया है कि, एक ट्रेनी आईएएस को लाल बत्ती का अधिकार नहीं होता उन्होंने ट्रेनिग के दौरान अपने ऑडी वाहन में लाल (IAS Pooja Khedkar controversy news) बत्ती को लगाकर घूमकर कानूनों का उलंघन किया है।
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