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हाथरस सत्संग वाले ‘भोले बाबा’ पर लगे हैं यौन शोषण के आरोप? पूर्व डीजीपी का दावा

हाथरस सत्संग वाले ‘भोले बाबा’ पर लगे हैं यौन शोषण के आरोप? पूर्व डीजीपी का दावा

  • हाथरस सत्संग के मुख्य प्रवचनकर्ता के ऊपर यौन शोषण का आरोप.
  • हाथरस सत्संग में मारे गए श्रद्धालुओं की मौत के मामले में केस दर्ज न होने से चर्चाओं में.
'Bhole Baba' of Hathras satsang

‘Bhole Baba’ of Hathras satsang: उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा नाम से विख्यात व्यक्ति के एक धार्मिक आयोजन में कार्यक्रम बाद अचानक भीड़ में मची भगदड़ के बाद हुए हादसे ने सैकड़ों लोगों को हादसे का शिकार बनाया है, भगदड़ में कई लोगों के मारे जानें के बाद अभी भी कई लोगों को अपने परिजनों को ढूंढने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

इस बीच उत्तर प्रदेश पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आयोजनकर्ता और अन्य लोगों के ऊपर मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है, लेकिन हादसे के मुख्य आरोपी जिसके कार्यक्रम में इस प्रकार अनगिनत लोगों की भीड़ इक्कठी हुई थी, प्रवचनकर्ता को आरोपी न बनाए जाने को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।

मिली जानकारी के अनुसार हाथरस सत्संग में मारे गए श्रद्धालुओं की मौत के मामले में प्रवचनकर्ता सूरजपाल सिंह उर्फ़ भोले बाबा के ऊपर मामला दर्ज नही किया गया बल्कि इस मामले में उसके सेवादार और अन्य आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज़ किया गया है। पुलिस ने घटना के आरोप में सेवादार और आयोजकों के खिलाफ़ भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 105, 110,126(2) 223 और 238 के तहत मामला पंजीबद्ध किया है।

कौन है, सूरज पाल उर्फ बाबा साकार?

बाबा साकार भोले बाबा नाम से विख्यात सूरज पाल के आयोजनों में बड़े बड़े राजनीतिक हस्तियां शामिल होती है, इसमें सपा प्रमुख अखिलेश यादव का नाम भी शामिल है। बाबा बनने से पहले सूरज पाल यूपी पुलिस में कांस्टेबल की नौकरी करता था।

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उप्र पुलिस में हेड कांस्टेबल की नौकरी के दौरान 28 साल पहले बाबा इटावा में भी पोस्टेड रहा है। जानकारी के मुताबिक नौकरी के दौरान दुष्कर्म का मुकदमा लिखे जाने के बाद सूरज पाल को पुलिस विभाग से बर्खास्त किया गया था। जेल से छूटने के बाद वह अपना नाम और पहचान बदलकर बाबा बन गया था। इसके बाद से धीरे धीरे सूरज पाल उत्तरप्रदेश सहित हिंदी राज्यों में अपने धार्मिक आयोजन के जरिए विख्यात होने लगा।

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