Cancer causing chemical in Golgappa: देशभर में चटकारे लेकर खाने वाली गुपचुप (गोलगप्पे) या फुल्की को लेकर एक बड़ी चौकाने वाले एक रिपोर्ट सामने आई है, रिपोर्ट में ऐसा कुछ सामने निकलकर आया है जो जानने के बाद गुपचुप प्रेमियों और खाने के शौकीन की चिंता बढ़ा दी है।
दरअसल गोलगप्पे में कैंसर नामक केमिकल मिले है। Karnataka में FSSAI ने पानी पूरी के नमूनों में कैंसर पैदा करने वाले रसायन की पुष्टि की, जिसके बाद कर्नाटक सरकार ने स्ट्रीट फूड खरीदने वालों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।
गोलगप्पे में केमिकल की पुष्टि
सिलिकॉन वैली बैंगलोर में गुपचुप (गोलगप्पे) के पानी की जांच करने पर इनमें आर्टिफिशियल कलर और कैंसर पैदा करने वाले केमिकल पाए गए हैं। भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) को गोलगप्पे के सैंपल में सन सेट येलो, ब्रिलिएंट ब्लू और टेट्रा जान जैसे केमिकल मिले हैं।
260 सैंपल में 41% असुरक्षित
कर्नाटक के 79 स्थान से कुल 260 सैंपल लिए गए थे। जिनकी जांच के बाद में 41% गोलगप्पे के पानी को असुरक्षित और आमानक माना गया है। क्योंकि इन सैंपल में कृत्रिम खाद्य रंग सन सेट येलो, ब्रिलिएंट ब्लू और टेट्रा जान जैसे केमिकल मिले हैं। डॉक्टर के अनुसार, इन कृत्रिम रंगों से पेट की खराबी से लेकर हार्ट की समस्या हो सकती है इसके अलावा ऑटोइम्यून नामक बीमारी भी हो सकती है।
गोलगप्पे की पानी की मिली शिकायत
कर्नाटक में प्रदेश भर से गोलगप्पा की गुणवत्ता को लेकर शिकायत मिल रही थी। जिसके बाद प्रदेशभर से स्ट्रीट साइड लगे गोलगप्पे की दुकानों से सैंपल लिए गए। सैंपल की जॉच में जो बाते समाने आई वह वाकई में चिंता पैदा करने वाली निकली सैंपल में लिया गया पानी में 41% गोलगप्पे का पानी अमानक पाया गया है।
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गौरतलब हो, इसके पूर्व भी अन्य खाद्य सामग्री जैसे कबाब, गोभी मंचूरियन और कॉटन कैंडी में कृत्रिम रंग का उपयोग करके सामग्री निर्माण की बात सामने आई थी, इन खाद्य पदार्थों में उक्त कलर की वजह से कैंसर नामक केमिकल मिलने के बाद भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (Cancer causing chemical in Golgappa) ने प्रतिबंध लगाया था।